– सरकारी कार्यालय बंद होने और सफाई कर्मियों की कमी से हो परेशानी
– कहीं से आ रही गंदगी की शिकायत तो कहीं से सैनेटाइन नहीं होने की
कोरोना के कहर से देश की राजधानी जूझ रही है। लॉकडाउन के समय में लोग घरों में बंद रहने के लिए मजबूर हैं। वहीं नेताओं और अधिकारियों के लाख दावों के बावजूद लोगों को सफाई और सैनेटाइजिंग की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई इलाकों में कूड़े के ढेर लगे होने की शिकायतें मिल रही हैं।
नॉर्थ दिल्ली नगर निगम की मेयर हेल्पलाइन 23 मार्च से बंद पड़ी है। इसकी वजह से लोगों को अपनी शिकायतों का जवाब तक नहीं मिल रहा है। लोगों की शिकायत है कि नगर निगम के आला अधिकारियों और निगम के बड़े नेताओं ने जनता के लिए ऐसा कोई हेल्पलाइन नंबर भी जारी नहीं किया जहां गंदगी या सैनेटाइज कराने के लिए शिकायत की जा सके।
कार्यालय ही बंद है फिर हेल्पलाइन कैसे चलेगी
उत्तरी दिल्ली के महापौर अवतार सिंह ने एटूजैड न्यूज को बताया कि लॉकडाउन के चलते महापौर कार्यालय को बंद करना पड़ा है। मेयर हेल्पलाइन का कार्यालय निगम मुख्यालय सिविक सेंटर
राजनीति के तहत लगाए जा रहे आरोप


उत्तरी दिल्ली की पूर्व महापौर और रोहिणी वार्ड संख्या 57 से बीजेपी निगम पार्षद प्रीति अग्रवाल ने एटूजैड न्यूज को बताया कि यदि कोई सफाई नहीं कराने या इलाके में मौजूद नहीं रहने का आरोप लगा रहा है तो वह राजनीति के तहत हो रहा है। हम पूरे वार्ड में 24 घंटे उपलब्ध हैं। कहीं कोई सफाई की दिक्कत है या वार्ड में कहीं किसी को खाने को लेकर दिक्कत है तो वह हमें सीधे संपर्क कर सकते हैं। हमें सफाई कर्मियों का पूरा सहयोग मिल रहा है। हमारे वार्ड में दूसरे इलाकों से सफाई ज्यादा बेहतर है और हम इलाके के लोगों के लिए 24 घंटे उपलब्ध हैं।