-जरूरतमंदों को पहुंचाया जा रहा खाना और जरूरी चीजें
-सफाई ओर सैनेटाइजेशन पर दिया जा रहा जोरः प्रीति अग्रवाल
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरा देश एक जुट हो गया है। फिल्मी सितारों से लेकर उद्यमियों और आम लोगों ने इस लड़ाई में अपनी आर्थिक, मानसिक और शारीरिक भागीदारी निश्चित की है। दूसरी ओर जनप्रतिनिधि भी लोगों की सेवा में तत्परता के साथ जुड़ गए हैं। ऐसा ही एक नाम उत्तरी दिल्ली की पूर्व महापौर और उत्तरी दिल्ली नगर निगम के रोहिणी वार्ड संख्या 57 से भारतीय जनता पार्टी की निगम पार्षद प्रीति अग्रवाल का है। पेश हैं उनके साथ बातचीत के कुछ अंशः-
उत्तरः चुनौती तो बड़ी है। कोरोना से बचाव का केवल एक ही उपाय है कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखी जाए। देश में अभी 14 अप्रैल तक घरों से निकलने की मनाही है तो लोग अपने घरों से नहीं निकलें। ज्यादा वस्तुओं को नहीं छुएं, थोड़े समय के अंतराल पर अपने हाथ साबुन और पानी से धोते रहें। लोगों को इस सामाजिक युद्ध में योद्धाओं की तरह जुटना चाहिए।
उत्तरः हम रोहिणी वार्ड संख्या 52 में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। कोशिश कर रहे हैं कि कहीं गंदगी इकट्ठी नहीं हो। वार्ड के सैनेटाइजेशन पर जोर दिया जा रहा है। अब तक हमने वार्ड का 80 फीसदी हिस्सा सैनेटाइजेशन से कवर कर लिया है। अगले दो-तीन दिन में वार्ड का बाकी का बचा हुआ हिस्सा भी सैनेटाइजेशन से कवर कर लिया जाएगा। हमारे सफाईकर्मियों और नगर निगम के दूसरे कर्मचारियों व अधिकारियों की मेहनत में लोगों को पूरा साथ मिल रहा है। हम लोगों को समझा रहे है ंकि लॉकडाउन के दौरान अपने घरों से नहीं निकलें और अपने आस-पास सफाई रखने में हमें सहयोग दें।
उत्तरः यह बात सही है कि हमारे कुछ सफाई कर्मचारी दिल्ली से बाहर के आस-पास के इलाकों से आते हैं, उन्हें ड्यूटी पर आने में परेशानी हो रही है। दूसरी ओर हम लोग 50 साल से ज्यादा आयु वाले सफाई कर्मचारियों को ड्यूटी पर आने पर जोर नहीं दे रहे हैं। इसकी वजह से कुछ संख्या कम हुई है। लेकिन फिर भी हम हमारे सफाई कर्मचारी हमें पूरा सहयोग दे रहे हैं, जरूरत पड़ने पर रात के समय भी काम कर रहे हैं। कुछ लोगों को सैनेटाइजेशन के काम भी लगाया गया है। इसके चलते हमने लोगों से अपील की है कि काम ज्यादा है और समय बहुत कठिन है। अतः अपने घरों से रोजाना निकलने वाले कूड़े को इधर उधर नहीं फेंके, अपने घरों में ही थैलों में भरकर इकट्ठा कर लें और रोजाना या फिर एक दिन के अंतराल पर जब भी कूड़ा उठाने वाली गाड़ी आए तो उसमें कूड़ा डाल दें। वैसे भी लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में रहकर राष्ट्र उत्थान में मदद कर रहे हैं। हमने लोगों से यह अपील भी की है कि संभव है हमारे सफाई कर्मचारी सभी इलाकों में रोजाना नहीं पहुंच पाएं तो अगले दिन पूरी सफाई करवा लें।
उत्तरः बिलकुल ठीक कह रहे हैं। हमारे वार्ड में भी ऐसे बहुत से लोग हैं जो रोजगार खत्म होने की वजह से खाने तक के लिए मोहताज हो गए हैं। हमें अपने वार्ड में अपने सहयोगियों से बहुत समर्थन मिल रहा है। हमें लोग ऐसे लोगों की सूचना देते हैं तो हम उनके पास तक खाने-पीने का सामान जैसे आटा, दाल, चावल, मसाले आदि पहुंचा रहे हैं। यदि कहीं कोई भूखा है और खाना नहीं बना सकता तो ऐसे लोगों के लिए हम तैयार किया हुआ खाना पहुंचा रहे हैं। हम व्हाट्सएप ग्रुप्स और फोन के जरिए सूचना मिलने में ऐसे लोगों की मदद कर रहे हैं। हम ऐसे लोगों तक सूखा दूध (स्किम्ड मिल्क पाउडर) भी पहुंचा रहे हैं, ताकि उन्हें दूध के लिए अपनी जगह से बाहर नहीं निकलना पड़े।
उत्तरः लॉकडाउन शुरू होने पर पहले तो निजी कंपनी के कर्मचारियों ने काम पर आने से मना कर दिया था। लेकिन हमने उन्हें समझाया कि यह समाज और राष्ट्र का काम है। दूसरे जब पुलिस और डॉक्टर्स काम पर हैं। नगर निगम के सफाई कर्मचारी पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रहे हैं तो उन्हें भी इस संकट की घड़ी में अपना सहयोग करना चाहिए। हमने कंपनी के अधिकारियों से भी बातचीत की तो वह एक दिन के अंतराल पर कूड़ा उठाने के लिए तैयार हुए। हमारे वार्ड में घरों से कूड़ा उठाने का काम एक दिन के अंतराल पर किया जा रहा है। हमने लोगों से भी अपील की है कि वह भी अपना सहयोग करें और सफाई व्यवस्था बनाए रखने और अपने इलाके स्वच्छ बनाए रखने में हमारी मदद करें।
प्रश्नः ऐसी और कोई बात जो आप बताना चाहें?
उत्तरः हम लोग खुद जाकर पूरे वार्ड में सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। जहां जरूरत है खुद खड़े होकर सफाई करवा रहे हैं। सैनेटाइजेशन के काम की पूरी निगरानी की जा रही है। साधन सीमित होने के बावजूद हमारे रोहिणी वार्ड संख्या 57 में सफाई और स्वच्छता की कहीं कोई दिक्कत नहीं है। बस हमारी लोगों से अपील है कि यह संकट का दौर है, जो लोग रोजमर्रा का काम करने वाले हैं वह जहां हैं वहीं रहें, यदि उन्हें खाने-पीने की चीजों की जरूरत है तो हमें संपर्क कर सकते हैं। इलाके के लोगों के संपर्क में ऐसे लोग आते हैं तो हमें जरूर बताएं।