-प्रवर्तन निदेशालय ने किया पीएफआई पर हैरत अंगेज खुलासा
-संजय सिंह और मोहम्मद परवेज के बीच हुई व्हाट्सएप चैट
-भीम आर्मी के चीफ रावण के साथ मिले संपर्क के सबूत
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
हाल ही में विवादों में फंसे पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ा खुलासा किया है। गुरुवार 6 फरवरी को ईडी ने पीएफआई और शाहीन बाग में नागरिकता संशोधित कानून (सीएए) के खिलाफ धरने के लिए की गई फंडिंग पर केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) को एक रिपोर्ट सौंपी है। ईडी की रिपोर्ट के मुताबिक आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के तार पीएफआई से जुड़े पाए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि संजय सिंह पीएफआई के अध्यक्ष मोहम्मद परवेज अहमद से लगातार संपर्क में थे। ईडी ने कहा है कि संजय सिंह और परवेज के बीच हुई वाट्सऐप चैट के सबूत मिले हैं।
हालांकि पीएफआई के नेशनल सैक्रेट्री अनीश अहमद ने बैंगलोर से व्हाट्सऐप के जरिये सफाई में कहा है कि ईडी के दावों में कोई सच्चाई नही है। यह आरोप बेबुनियाद हैं और किसी भी तरह का कोई पैसा ट्रांसफर नहीं किया गया। वहीं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएफआई के साथ भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण और कांग्रेस के नेता उदिज राज के संबंध हैं। ईडी ने कहा है कि जिन लोगों के नाम पीएफआई के साथ सामने आए हैं, उन्हें जल्दी ही पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा।
सामने आई फंडिंग की बात
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा है कि अब तथ्य सामने आ गए हैं कि किस तरह से पीएफआई के लिंक आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के साथ जुड़े हैं। यह भी सामने आ गया है कि इसके लिए किस तरह से फंडिंग की जा रही है। नित्यानंद राय ने एक बार फिर कहा कि शाहीन बाग प्रोटेस्ट के पीछे आम आदमी पार्टी का हाथ है।
यूपी सरकार ने की प्रतिबंध लगाने की मांग
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश सरकार ने यह खुलासा होने से पहले ही पीएफआई पर रोक लगाने की मांग की थी। उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस संबंध में पत्र भी लिखा था। यूपी सरकार ने कहा था कि सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शनों के पीछे पीएफआई का हाथ है। राज्य के तत्कालीन डीजीपी ओपी सिंह ने भी कहा था कि राज्य के कई इलाकों में दंगा और तोड़फोड़ करने के आरोप में पीएफआई के 25 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।