पश्चिमी दिल्ली लोकसभाः जाट V/S जाट का जोर

भाजपा को मिलेगा सहवाग, खड़खड़ी और सहरावत में तोड़
कमलजीत सहरावत

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली

प्रवेश वर्मा

राजधानी की पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट गांव-देहात की सीट मानी जाती है। हालांकि इस सीट पर पंजाबी बहुल इलाके ज्यादा आते हैं। इस लोकसभा क्षेत्र में राजौरी गार्डन, हरी नगर, तिलक नगर, जनकपुरी के साथ मादीपुर, मटियाला, नजफगढ़, द्वारका और विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र पड़ते हैं। लेकिन इस सीट पर भाजपा में ज्यादातर जाट दोवेदार ही दिखाई दे रहे हैं। वर्तमान में इस सीट से भाजपा के प्रवेश वर्मा दावेदार हैं। उनके अलावा इस सीट पर पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, कमलजीत सहरावत, अजीत खड़खड़ी भाजपा के प्रमुख दावेदार हैं। साथ ही पूर्व विधायक पवन शर्मा भी इस सीट पर टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।

वीरेंद्र सहवाग

इससे पहले यह सीट कांग्रेस का गढ़ रही है और कांग्रेस के महाबल मिश्रा यहां से सांसद रहे हैं। मोदी लहर में महाबल मिश्रा प्रवेश वर्मा के सामने 2014 में लोकसभा चुनाव हार गए थे। इससे पहले महाबल मिश्रा 1998 से 2009 तक विधायक रहे और 2009 से 2014 तक सांसद रहे हैं। जबकि प्रवेश वर्मा भाजपा के टिकट पर 2013 का विधानसभा चुनाव महरौली से लड़े थे। उन्होंने पूर्व दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष व कांग्रेस प्रत्याशी योगानंद शास्त्री को हरा दिया था।
लोकसभा चुनाव की आहट शुरू होते ही सांसद प्रवेश वर्मा ने इलाके में अपनी उपस्थित बढ़ा दी है। लेकिन उनके अलावा इस सीट पर टिकट का प्रबल दावेदार कमलजीत सहरावत को माना जा रहा है। श्रीमती सहरावत फिलहाल दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में सदन की नेता हैं। दूसरे दावेदार अजीत खड़खड़ी इससे पहले नजफगढ़ सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और पार्टी के सक्रिय नेता हैं।

अजीत खड़खड़ी

इस सीट से पूर्व विधायक पवन शर्मा भी संसद में प्रवेश का सपना संजोए हुए हैं। भाजपाई सूत्र बताते हैं कि यदि प्रवेश वर्मा को बदला जाता है तो गैर जाट उम्मीदवारों में प्रमुख दावेदार पवन शर्मा भी हो सकते हैं।

क्रिकेट के ग्लैमर पर चर्चाः
भाजपा में चर्चा है कि यदि आप और कांग्रेस हाथ मिला लेते हैं तो उसे रणनीति बदलनी होगी। पिछले दिनों आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस से हाथ मिलाने के संकेत भी दिए हैं। ऐसी स्थिति में भाजपा को लोकसभा चुनाव में ग्लैमर का तड़का लगाने की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के नाम पर विचार किया जा सकता है। अतः पार्टी वीरेंद्र सहवाग के नाम को भी मजबूत विकल्प के रूप में लेकर चल रही है।