सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन में बवाल… सिब्बल के माफी पर सवाल

-एसोसिएशन के अध्यक्ष और चीफ जस्टिस में हुई थी तीखी झड़प
-गुरूवार 16 मार्च को होनी है बार एसोसिएशन की बैठक

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 15 मार्च, 2023।
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की माफी के मामले में विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन से जुड़े वकील दो धड़ों में बंटते जा रहे हैं। पूर्व अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट बार असोसिएशन के प्रेसिडिंट विकास सिंह (Vikas Singh) को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि कपिल सिब्बल (Kapil Sibbal) और नीरज किशन कौल (Neeraj Kishan Kaul) के खिलाफ कोई प्रस्ताव पारित न किया जाए।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) के साथ विकास सिंह की हुई नोकझोंक के मामले में बार की ओर से कपिल सिब्बल और एडवोकेट कौल ने माफी मांगी थी जिसके बाद इन दोनों के खिलाफ बार में प्रस्ताव पारित करने पर विचार के लिए 16 मार्च को बार असोसिएशन की मीटिंग बुलाई गई है।
सुप्रीम कोर्ट बार असोसिएशन के कुछ वकीलों ने सिब्बल और कौल के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने का आग्रह किया है। दूसरी ओर एसोसिएशन के अन्य वकीलों ने लेटर लिखकर इस प्रस्ताव का विरोध किया है। चेताया गया है कि यह एक खतरनाक नजीर बनेगा। इसी बीच पूर्व अटॉर्नी जनरल ने अलग से सिंह को लेटर लिखकर कहा है कि अगर प्रस्ताव पारित किया जाता है तो बार में फूट पड़ेगी और इससे स्थायी तौर पर आपसी खटास बन जाएगी।
आप भी जानिए पूरा मामला
बता दें कि बीते 2 मार्च को वकीलों के चैंबर के लिए जमीन आवंटन से संबंधित एक मामले की सुनवाई के लिए केस मेंशनिंग के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और सुप्रीम कोर्ट बार असोसिशएन के अध्यक्ष विकास सिंह के बीच तीखी बहस हो गई थी। विकास सिंह ने यह मामला मेंशन करते हुए और कहा था कि पिछले छह महीने से इस मामले को लिस्ट कराने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। सिंह ने कहा था कि हम चाहते हैं कि केस लिस्ट हो, हम इसे न्यायधीशों के निवास पर नहीं ले जाना चाहते। इस पर चीफ जस्टिस ने नाराजगी जाहिर की थी और कहा था कि चीफ जस्टिस के साथ आप इस तरह से व्यवहार नहीं कर सकते हैं। हमें आप चेतावनी न दें। कृपया बैठ जाएं।
सिब्बल ने मांगी थी चीफ जस्टिस से माफी
इसके पश्चात सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने दूसरे मामले में पेश होने के दौरान कहा था कि सुबह जो कुछ भी हुआ उसके लिए उन्हें खेद है। उहोंने कहा कि बार को मर्यादा की सीमाओं का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। सिब्बल के साथ-साथ सीनियर एडवोकेट नीरज किशन कौल ने भी इस मामले में खेद व्यक्त किया था और कहा था कि सुबह जो भी हुआ उसके लिए हमे खेद है और हम आपसे माफी चाहते हैं।