कोटला में नहीं मिल रहे अंतिम मैच के टिकट… बाहर हो रही काला बाजारी!

-टिकट कहां से मिलेंगे? डीडीसीए में यह बताने वाला भी कोई नहीं
-दोगुने दामों पर ब्लैक में कोटला के बाहर मिल जाती है टिकट

विजय कुमार/ नई दिल्ली,19 मई।
दिल्ली के फीरोजशाह कोटला (Firoz Shah Kotla)मैदान पर शनिवार को आईपीएल (IPL) का दिल्ली में अंतिम मैच दिल्ली कैपिटल और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाएगा। लेकिन दिल्ली के आधे क्रिकेट प्रेमी शायद इस मैच को मैदान में जाकर नहीं देखा पायेंगे। क्योंकि टिकट जनता के पास नहीं कारपोरेट वालों के पास हैं। यह मैच 20 मई शनिवार को दोपहर चार बजे से खेला जाएगा।
मालूम हो कि धौनी के इस मैच को देखने के लिए पिछले एक सप्ताह से टिकट नहीं मिल रहे हैं। यही नहीं मैच की टिकट के लिए अगर कोई क्रिकेट प्रेमी डीडीसीए के कोटला ऑफिस जाता है तो बताया जाता है कि फलां से बात कर पता करो। वहां क्रिकेट प्रेमी पूछता है तो कहा जाता है कि फलां से पूछ लो।
इस बाबत कुछ क्रिकेट प्रेमियों ने टिकट खरीदने के अपने पिछले एक सप्ताह से किए जा रहे प्रयासों को बताया। मगर उन्हें टिकट कहां से मिलेगी, कोई भी बताने वाला नहीं है। हां टिकट बिक चुकी है यह सब बता देते हैं। लेकिन यह बिक कहां रही हैं, इसका पता किसी के पास नहीं। यही बात डीडीसीए के पदाधिकारियों से भी पूछेंगे तो वह भी यही कहेंगे।
डीडीसीए के पदाधिकारी तो अपने कोटे के पास लेकर चुप हैं। उनको आम जनता या दिल्ली के युवा व पूर्व क्रिकेटरों को लेकर क्या पडी है।
टिकट के लिए दरदर भटकने वाले एक क्रिकेट प्रेमी पर्व मोहन ने बताया कि वह पिछले चार दिनों से धौनी के मैच को देखने के लिए कोटला मैदान और राउज एवेन्यू स्थित राजा राम मोहन राय के आफिस के पास भटक रहा हूं। मगर दोनों ही जगहों से निराश होना पड रहा है। यह दोनों ही एक दूसरे के यहां की बात कहकर टाल देते है।
हां यह है कि टिकटें ब्लैक में जरूर मिल रही होती हैं। आकाश ने बताया कि अगर आप को टिकट लेनी है तो कोटला पैटृल पंप के पास बस स्टाप पर चले जाएं। वहां टिकट रेट से 1000 हजार रूपये अधिक में आपको टिकट ब्लैक में मिल जायेगी। उक्त व्यक्ति ने 1000 वाली टिकट खूद पत्रकार को दिखाई। ऐसी ही हालत राजा राम मोहन राय के यहां टिकट काउंटर के बाहर सडृक पर देखा जा सकता है।
जहां धडल्ले से टिकट ब्लैक हो रही है। मगर आम जनता के लिए टिकट ना दिखाई और बेची जा रही है। हां यह भी बताया जा रहा है कि टिकटों को कारपोरेट हाउसों ने खरीद लिया है। वह अपने बिजनेस वालों को बांट रहें है। ऐसे में दिल्ली के क्रिकेट प्रेमी कैसे अपने चहेते क्रिकेटरों को खेलता देख सकेंगे यह कहना मुश्किल होगा। इस बात को लेकर दिल्ली के युवा और पूर्व क्रिकेटर भी परेशान है।