-दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में रहे कर्मचारियों को ही मिल रहा अपटूडेट वेतन
-निगम अधिकारियों ने ऐरियर में डाला एक माह का वेतन फिर भी दो माह का बकाया
-उत्तरी दिल्ली व पूर्वी दिल्ली नगर निगम में रहे कर्मचारियों के साथ हो रहा भेदभाव
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 03 फरवरी, 2023।
दिल्ली नगर निगम के आला अधिकारी निगम कर्मियों के वेतन और पेंशन के लिए 730 करोड़ रूपये जारी करके भले ही अपनी पीठ थपथपा रहे हों, लेकिन एमसीडी कर्मचारियों की वेतन संबंधी समस्या अभी खत्म नहीं हुई है। अभी केवल एक माह के वेतन और पेंशन की राशि ही जारी हुई है, जबकि दो माह का वेतन और पेंशन जारी होना बाकी है। एकीकृत नगर निगम में पूर्व के उत्तरी निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों के साथ भारी भेदभाव किया जा रहा है।
नगर निगम के अधिकारियों की ओर से दावा किया गया है कि सभी कर्मचारियों को दिसंबर 2022 तक वेतन और पेंशन जारी कर दिया गया है। लेकिन सही बात यह है कि केवल दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में काम कर चुके कर्मचारियों को ही दिसंबर 2022 तक का वेतन और पेंशन दी जा रही है। जबकि उत्तरी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली नगर निगमों में काम कर चुके कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
खास बात यह है कि निगम अधिकारी वेतन का मामला अपटूडेट करने की बात कह रहे हैं, लेकिन सही मायनों में सभी कर्मचारियों का जनवरी 2023 का वेतन देने के बाद ही समस्या का समाधान माना जा सकता है। हालांकि नगर निगम के पूर्व कर्मचारियों को पेंशन के मामले में तो और भी बुरी हालत बनी हुई है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार तक ज्यादातर कर्मचारियों का दिसंबर माह का वेतन उनके खातों में नहीं आया है, जबकि निगम अधिकारियों की ओर से 1 फरवरी को ही प्रेस रिलीज जारी कर दिया गया था।
एरियर में डाला 1 माह का वेतन
गौरतलब है कि अधिकारी भले ही दिसंबर तक के वेतन और पेंशन के भुगतान की बात कर रहे हों, लेकिन उत्तरी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में काम कर चुके लाखों कर्मचारियों को अभी तक सितंबर 2022 का वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। सितंबर माह के वेतन को एक तरह से ‘एरियर’ करार दिया गया है। आला अधिकारियों की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इस वेतन को पैसा आने पर दिया जायेगा। जबकि जनवरी 2023 का वेतन भी बकाया के तौर पर खड़ा हो गया है। इस तरह से पूर्व के उत्तरी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली निगम के कर्मचारियों का अब भी दो माह का वेतन बकाया है।