कोराना का कमाल… मोदी-शाह पर दीदी हुईं लाल

-केंद्र की टीम को राज्य में नहीं घुसने देने की धमकी
-पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मांगी सफाई

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली-कोलकाता
कोरोना महामारी से लड़ाई के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर मोदी सरकार पर लाल हो गई हैं। कोरोना के मामले में राज्यों की द्वारा उठाए जा कदमों का आंकलन करने के लिए केन्द्र की ओर विभिन्न राज्यों में केंद्रीय दल भेजे जा रहे हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल भेजे जा रहे केन्द्रीय दल के फैसले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी आपत्ति जताई है। ममता बनर्जी ने ट्वीट के जरिए सोमवार को कहा कि राज्यों में लॉकडाउन मानदंडों के क्रियान्वयन का आकलन करने के लिए छह अंतर मंत्रालयी केंद्रीय दलों (आईएमसीटी) का गठन किस आधार पर किया गया है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के कई जिलों से लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन की खबरों आई हैं। इसके बाद सेंट्रल इंटर-मिनिस्टीरियल टीम पश्चिम बंगाल के कोलकाता सहित सात जिलों का दौरा करेगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट में कहा कि बिना स्पष्टीकरण के वह इस मामले में आगे बढ़ने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकट के दौरान हम सभी सकारात्मक समर्थन और सुझाव खासकर केन्द्र का स्वागत करते हैं। हालांकि, किस आधार पर केन्द्र ने अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) को भारत के कुछ निश्चित जिलों में भेजने का फैसला किया है वह अस्पष्ट है।
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों से यह अपील करती हूं कि वे इसके लिए इस्तेमाल किए गए मानदंडों को साझा करें। तब तक, मैं सशंकित हूं, और ऐसे बिना किसी पुख्ता कारण के हम इस पर आगे नहीं बढ़ सकते। बता दें कि बंगाल में लॉकडाउन के दौरान नियमित तौर पर उल्लंघन की खबरों से केंद्र सरकार चिंतित है। पश्चिम बंगाल में रोजाना कुछ निश्चित समय के लिए मिठाई की दुकानों को खोलने की छूट देना, बिना किसी ऐहतियाती कदम के सब्जी, मछली और मुर्गा मंडियों में लोगों की काफी भीड़ इकट्ठा होने देना सबसे बड़ी समस्या रहे हैं। राज्य में यह बाजार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुले हुए हैं।
केंद्र ने किया छह दलों का गठन
केन्द्र सरकार छह सेंट्रल इंटर मिनिस्टीरियल टीमें गठित की हैं। इन्हें यह अधिकार दिया गया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन गाइलाइंस में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं। इनमें से एक टीम अगले तीन दिनों में बंगाल में खास तौर पर सात उन जिलों का दौरा करेगी जहां से लॉकडाउन के उल्लंघन की खबरें आई हैं। इनमें कोलकाता, हावड़ा, मिदनापुर ईस्ट, 24 परगना नॉर्थ, कलिमपोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी के नाम शामिल हैं। केंद्र की ओर से यह टीम विशेष विमान से जाएंगी।
एमपी, राजस्थान व महाराष्ट्र भी जाएंगी टीम
केन्द्र की ओर से छह दलों का गठन किया गया है। यह दल सही स्थिति का आंकलन करने के लिए मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान भी जाएंगे। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र सरकार ने इन स्थानों में कोविड-19 संबंधी हालातों का जायजा लेने के लिए टीमों का गठन किया है। यह दल चारों राज्यों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में जाकर स्थिति को देखते हुए आवश्यक निर्देश जारी करेंगे।
सभी हालातों का लिया जाएगा जायजा
गृह मंत्रालय के अनुसार आईएमसीटी लॉकडाउन के नियमों के अनुसार दिशा-निर्देशों के पालन एवं क्रियान्वयन, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, सामाजिक दूरी, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की तैयारी, स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा और श्रमिकों एवं गरीबों के लिए स्थापित राहत शिविरों में हालातों का मूल्यांकन करेंगी।
बंगाल में कोरोना वायरस के 54 नए मामले
पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 54 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 245 हो गई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक कुल 330 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इनमें से 12 लोगों की मौत हो गई जबकि 73 लोग इलाज के बाद संक्रमणमुक्त होकर घर जा चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार राज्य में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 339 है।