MCD का हालः चालान काट रहे दलाल… अवैध वसूली के चलते जनता हलकान

-निगम के आला अधिकारियों की नाक के नीचे हो रही दुकानदारों से अवैध वसूली
-सीलिंग का डर दिखाकर लाइसेंसिंग इंसपेक्टर्स के दलाल कर रह करोड़ों की वसूली
-नगर निगम का लाइसेंस होने के बवाजूद कट रहे चालान, जारी हो रहे सीलिंग के आदेश

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 15 मई, 2023।
दिल्ली नगर निगम (MCD) में दलालों का बोलबाला है। इंसपेक्टर्स के लिए काम करने वाले दलाल दुकानदारों और छोटे-छोटे कारोबारियों को सीलिंग का डर दिखाकर करोड़ों रूपये की वसूली कर रहे हैं। एक-एक दुकानदार से पांच-पांच लाख रूपये की रंगदारी मांगी जा रही है। इन्हें जनता के चुने प्रतिनिधियों का भी कोई डर नहीं है। नगर निगम की जनरल ब्रांच के अधिकारी अपने साथ इन दलालों को खुलेआम रेड और चालान काटने के लिए लेकर घूम रहे हैं। एटूजैड न्यूज ने ऐसी ही एक खबर को 9 मई को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। अब ऐसा ही एक और मामला सामने आया है।

फील्ड में एक साथ घूमते लाईसेंसिंग अधिकारी ओम सिंह और दलाल राहुल गुप्ता

पीड़ित सोनू अग्रवाल की ओर से मेयर शैली ओबरॉय को की गई लिखित शिकायत में कहा गया है कि शाहदरा दक्षिण जोन में तैनात लाइसेंसिंग इंसपेक्टर ओम सिंह अपने साथ एक दलाल राहुल गुप्ता को लेकर उनकी दुकान पर पहुंचा था। राहुल गुप्ता ने दुकानदार का एक हजार रूपये का चालान काट दिया और एक लाख रूपये की मांग की। खास बात है कि इंसपेक्टर ओम सिंह के साथ गये दलाल राहुल गुप्ता ने चालान अपने हाथ से भरा, जबकि सरकारी कागजात खासतौर पर चालान जैसे कागजात को केवल वही व्यक्ति भर या काट सकता है जिसे यह अधिकारी सरकार की ओर से हो। यदि राहुल गुप्ता के हैंडराइटिंग की जांच एसएफएल लैबोरेटरी से कराई जाये तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।

ओम सिंह एवं एक अन्य व्यक्ति के साथ एक दुकान पर चालान बनवाते हुए दलाल राहुल गुप्ता

एटूजैड न्यूज को मिलीं अलग अलग चालानों की प्रतियों से यह जाहिर होता है कि यह सभी चालान एक ही व्यक्ति के द्वारा भरे गये हैं। बताया जा रहा है कि दलाल राहुल गुप्ता लाइसेंसिंग इंसपेक्टर ओम सिंह के साथ ड्यूटी के दौरान पूरे समय रहता है। यह दोनों मिलकर शिकार की तलाश में रहते हैं। आरोप है कि लाइसेंसिंग इंसपेक्टर ओम सिंह राहुल गुप्ता को कभी एसडीएम तो कभी एमसीडी का सीलिंग अधिकारी बताकर दुकानदारों से मिलवाता है।

लाइसेंसिंग इंसपेक्टर ओम सिंह के साथ शाहदरा दक्षिण जोन कार्यालय में दलाल राहुल गुप्ता

शिकायत में आगे कहा गया है कि ओम सिंह और राहुल गुप्ता ने पीड़ित दुकानदार से एक लाख रूपये की मांग की गई थी। जब दुकानदार ने कहा कि उसके पास नगर निगम का लाइसेंस है और वह एक हजार रूपये के चालान पर एक लाख रूपये नहीं देगा, तो वह दोनों उसको धमकी देते हुए चले गये कि अब उसे एक लाख नहीं बल्कि पांच लाख रूपये देने पड़ेंगे। दुकानदार को सीलिंग की धमकी भी दी गई। इसी दौरान जब ओम सिंह का इलाके से ट्रांसफर हो गया तो एमसीडी से कुछ लोग दुकान को सील करने पहुंचे तो पीड़ित ने अपना लाइसेंस दिखाया। तब जाकर कारोबारी की दुकान को बिना सील किये ही निगम अधिकारी लौट गये। अब देखना यह है कि ऐसे लोगों के खिलाफ मेयर का और आम आदमी पार्टी का जीरो टोलरेंस कितना कारगर साबित होता है?

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दलाल बना रहे चालान
किसी भी दुकानदार का चालान काटने का अधिकार केवल सरकारी अधिकारी को ही है, लेकिन आश्चर्य की बात है कि शाहदरा दक्षिण क्षेत्र के कुछ लाइसेंसिंग इंसपेक्टर्स के साथ खुलेआम घूमते हुए दलाल खुद ही चालान काट रहे हैं। दलाल राहुल गुप्ता के मामले में ही ऐसा ही कुछ सामने आया है। पहले वह किसी भी दुकान पर ओम सिंह के साथ जाकर दुकानदार का सीधे चालान काट देता है और इसके बाद दोनों मिलकर असिस्टेंट कमिश्नर के जरिये दुकानदार के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई शुरू करवा देते हैं। ज्यादातर मामलों में दुकानदार को पता ही नही होता कि उनके खिलाफ कोई सीलिंग की कार्रवाई की गई है अथवा उन्हें कोई नोटिस जारी किया गया है। इस दौरान लाइसेंसिंग इंसपेक्टर और दलाल मिलकर दुकानदारों को धमकाकर वसूली करते रहते हैं।

हेल्थ डिपार्टमेंट के तहत आता है तेल कोल्हू

निगम के के बड़े अधिकारी के मुताबिक तेल कोल्हू का काम हेल्थ डिपार्टमेंट के तहत आता है। अतः किसी भी तरह की कमी पाए जाने पर हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारी ही करवाई कर सकते हैं। जबकि ओम सिंह जनरल ब्रांच में तैनात है। लेकिन लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर ओमसिंह और दलाल राहुल गुप्ता गुप्ता ने तेल कोल्हू चलाने वाले सोनू अग्रवाल का एक हजार रुपये का चालान काट दिया। दोनों की मनमानी केवल यहीं नहीं रुकी बल्कि पीड़ित से एक हजार के बजाय 1 लाख रुपये की मांग की गई।
अधिकारियों की नीयत पर संदेहः संदीप कपूर
कृष्णा नगर से बीजेपी के निगम पार्षद संदीप कपूर का कहना है कि लोगों को होने वाली परेशानियों के लिए आला अधिकारी जिम्मेदार हैं। उनका ध्यान लोगों की समस्याओं पर बिलकुल नहीं है। ऐसे मामले सामने आने पर आला अधिकारियों की नीयत पर भी संदेह होता है। लाइसेंसिग विभाग के जिन लोगों की शिकायत बार-बार आ रही है, उसे अपने वार्ड से पिछले दिनों में ही हटवाया है। ऐसे मामले एक-दो नहीं बल्कि बड़ी तादाद में हैं। छोटे-छोटे दुकानदार डर की वजह से सामने नहीं आते हैं और इनके भ्रष्टाचार का शिकार होते रहते हैं।
आप भी हैं भ्रष्टाचार के शिकार तो हमें बताएं
एटूजैड न्यूज ने नगर निगम के ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ मुहिम शुरू की है। यदि किसी दुकानदार, कारोबारी, व्यवसायी, उद्यमी या सामान्य व्यक्ति के साथ अवैध वसूली की कोई घटना हुई है, अथवा किसी भ्रष्ट अधिकारी या दलाल के द्वारा अवैध वसूली के लिए परेशान किया जा रहा है तो हमें सबूतों के साथ संपर्क करें। हमारा ईमेलः newsa2z786@gmail.com है। हम आपकी आवाज को नगर निगम मे वरिष्ठ नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचायेंगे।