बीजेपी में नहीं थमी रार… बीच में बैठक छोड़ चले गए अरूण सिंह

-राजेंद्र नगर विधानसभा में बैठक लेने गए थे अरूण सिंह
-बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ही लगाए अपने नेताओं पर आरोप

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव में केंद्रीय नेतृत्व ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है लेकिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिल्ली के नेता सुधरने को तैयार नहीं हैं। दिल्ली बीजेपी के नेताओं की आपसी रार थमने का नाम नहीं ले रही है। चुनाव प्रचार शीर्ष पर है और अपने अंतिम चरण की ओर जा रहा है लेकिन पार्टी के नेता एक-दूसरे के ऊपर आरोप लगाने से बाज नहीं आ रहे। मामला दिल्ली के राजेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र का है। यहां कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंचे पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह को नेताओं और कार्यकर्ताओं की आपसी कलह की वजह से बैठक बीच में ही छोड़कर वापस जाना पड़ा।

फाइल फोटो

बीजेपी ने राजेंद्र नगर से अपने पूर्व विधायक सरदार आरपी सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बुधवार को इस विधानसभा क्षेत्र में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक लेने पहुंचे थे। सूत्रों का कहना है कि कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अरूण सिंह के सामने ही अपनी पार्टी के कुछ पार्षदों और पदाधिकारियों के ऊपर आरोप लगाने शुरू कर दिए। अरूण सिंह बार-बार समझाते रहे कि एक-दूसरे पर आरोप नहीं लगाएं और चुनाव से संबंधित तैयारियों और रणनीति पर बात करें। लेकिन आरोप-प्रत्यारोप का दौर बढ़ते हुए वाद-विवाद तक जा पहुंचा। इसके चलते अरूण सिंह नाराज हो गए और बैठक को बीच में ही छोड़कर वापस चले गए।
बैठक में उठा सीलिंग का मुद्दा
बीजेपी नेता सीलिंग के मामले में अपनी नाकामी छिपाने के लिए भले ही दूसरे मुद्दों की चर्चा कर रहे हों लेकिन यह मुद्दा कारोबारियों के लिए नासूर बना हुआ है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ नेता अरूण सिंह के साथ बैठक में उम्मीदवार के कुछ समर्थक नेताओं ने सीलिंग का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि इंद्रपुरी और नारायणा के पार्षदों ने सीलिंग के समय कारोबारियों का साथ नहीं दिया, इसलिए चुनाव में लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। बैठक में राजेंद्र नगर से पार्षद के ऊपर भी कार्यकर्ताओं के साथ बदतमीजी और दूसरे गंभीर आरोप लगाए गए।
झेलनी पड़ रही नाराजगी
बैठक में कई कार्यकताओं ने बीजेपी उम्मीदवार पर आरोप लगाए कि वह पूरे समय इलाके में दिखाई नहीं दिए। इसकी वजह से अब चुनाव में मतदाताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अरूण सिंह ने उन्हें कहा कि आपस में आरोप लगाने के बजाय मोदी सरकार के कामों और उसकी नीतियों को लेकर लोगों के सामने जाएं। लेकिन विवाद और बढ़ता गया। सूत्रों का कहना है कि बैठक में हुआ विवाद चुनाव के नतीजों के बाद ठीकरा दूसरों के सिर फोड़ने की तैयारी है।