तबलीगी जमात पर आतंकी संगठनों के लिए काम करने का आरोप

-कोरोना फैलाना वाले तबलीगियों को बताने होंगे फंडिंग के स्रोत
-जांच एजेंसियों ने कसा शिकंजा अब बतानी होगी विदेशियों की पूरी डीटेल
-जमात पर लगा आतंकी संगठनों के लिए युवाओं को बरगलाने का लगा आरोप

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
देशभर में ‘मजहबी वायरस बमों’ के जरिए कोराना फैलाने वाले तबलीगी जमात पर जांच एजेंसियों ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जमात के मुखिया मौलाना साद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद जांच एजेंसियों ने जमात को मिलने वाले पैसे के स्रोतों पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। खास बात है कि अब तबलीगी जमात पर आतंकवादी संगठनों के लिए काम करने के आरोप भी लगने लगे हैं। जांच एजेंसियों ने जमाती मौलानाओं के आतंकियों की तरह बर्ताव को दिल्ली हिंसा से जोड़कर भी जांच शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश के शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी कहा है कि तबलीगी जमात के कर्ताधर्ता आतंकवादी संगठनों के लिए नौजवानों को बरगलाते हैं। उन्होंने कहा कि जमात के मरकज से निकले जमातियों की हरकतों से ही स्पष्ट हो रहा है कि इनकी खुद की हरकतें भी आतंकवादियों से कम नहीं हैं। देशभर के अलग अलग हिस्सों से इनकी करतूतें सामने आ रही हैं। रिजवी ने कहा कि जमात के कर्ताधर्ताओं ने देश में महामारी फैलाने की साजिश रची है। उन लोगों ने कोरोना वायरस के द्वारा लोगों की हत्या की है अतः उनके खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, महामारी फैलाने और देशद्रोह की धाराओं में कार्रवाई की जानी चाहिए।
जांच एजेंसियों ने मौलाना साद और उनके साथियों से तबलीगी जमात को देश और विदेशों सेमिलने वाले पैसे की पूरी जानकारी मांगी है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मौलाना को नोटिस जारी कर 26 सवालों के जवाब मांगे हैं। इनमें जमात में आने वाले विदेशी लोगों का पूरा विवरण भी शामिल है। जांच एजेंसी ने पूछा है कि जमात के पास कितना पैसा कब और कहां कहां से आया और यह पैसे कहां खर्च किए गए। जमात में शामिल होने वाले बहुत से विदेशी और दूसरे राज्यों के लोगों का अब तक पता नहीं चला है। ऐसे लोगों को पूरा विवरण मांगा गया है। जमात की ओर से पुलिस को करीब एक हजार लोग होने की सूचना दी गई थी। लेकिन मरकज से करीब ढाई हजार लोगों को निकाला गया है। आखिर मौलान साद और उसकी टीम के लोगों ने यह बात पुलिस-प्रशासन से क्यों छुपाई?
स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रटरी लव अग्रवाल ने बताया कि हम एक संक्रामक बीमारी का मुकाबला कर रहे हैं और नियमों में एक चूक या असफलता हमें काफी पीछे धकेल देती है। हमारे सारे प्रयास बेकार हो जाते हैं। जमात से जुड़े कोरोना के मामले दिल्ली, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तराखंड, यूपी, अंडमान और निकोबार, असम, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और झारखंड से सामने आए हैं। शुक्रवार को सबसे ज्यादा 102 मामले तमिलनाडु में सामने आए, इनमें से 100 मामले जमात से जुड़े पाए गए हैं। तेलंगाना में सामने आए 80 नए मामलों में से 78 का जमात कनेक्शन पाया गया है। दिल्ली में 93 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 52 लोग झज्जर एम्स में भर्ती हैं।
सबसे ज्यादा दक्षिण में तबलीगी जमात ने फैलाई तबाही
दक्षिण के राज्यों में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले कोरोना पीड़ितों की संख्या सबसे ज्यादा है। तेलंगाना में कुल 229 मामलों में से 116 जमात से जुड़े हैं, वहीं आंध्र प्रदेश के कुल 161 मामलों में 140 का जमात कनेक्शन मिला है। तमिलनाडु के कुल 411 कोरोना पीड़ितों में 364 का जमात लिंक है। महाराष्ट्र में अब तक सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं, यहां 25 लोगों की मौत और कुल 490 मामलों की पुष्टि हुई है।