एक रूपया चंदे के साथ शुरू हुआ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट

-ट्रस्ट में रखे गए 9 स्थायी और 6 नामित सदस्य
-मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्टियों के नामों की घोषणा

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए मोदी सरकार ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बना दिया है। इस ट्रस्ट ने एक रूपये के चंदे के साथ अपना कामकाज शुरू कर दिया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे। इनमें 9 स्थायी और 6 नामित सदस्य रखने का प्रावधान किया गया है। गठन के बाद ट्रस्ट को केंद्र सरकार की ओर से 1 रुपये का नकद दान भी दिया गया। यह ट्रस्ट को मिला पहला दान बताया जा रहा है।
केंद्र सरकार की ओर से यह दान ट्रस्ट को गृह मंत्रालय में अवर सचिव डी. मुर्मू ने दिया। अधिकारी के मुताबिक ट्रस्ट अचल संपत्ति सहित बिना किसी शर्त के किसी भी व्यक्ति से किसी भी रूप में दान, अनुदान, अंशदान, योगदान ले सकता है।
सुप्रीम कोर्ट में रामलला विराजमान की पैरवी करने वाले सीनियर एडवोकेट केशवन अय्यंगार परासरण को ट्रस्ट की जिम्मेदारी दी गई है। ट्रस्ट में जगतगुरु शंकराचार्य, जगतगुरु माधवानंद स्वामी, युगपुरुष परमानंद जी महाराज के नाम शामिल किए गए हैं। इनके अलावा पुणे के गोविंद देव गिरि, अयोध्या के डॉक्टर अनिल मिश्रा, कामेश्वर चौपाल और निर्मोही अखाड़ा के धीरेंद्र दास के नाम भी शामिल किए गए हैं।
शुरुआत में तो ट्रस्ट का कामकाज वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरण के आवास से किया जाएगा। बाद में इसका स्थायी कार्यालय खोला जाएगा। ट्रस्ट को राम मंदिर निर्माण और इससे जुड़े विषयों पर स्वतंत्र रूप से निर्णय करने के अधिकार दिए गए हैं। ट्रस्ट का पंजीकृत कार्यालय दिल्ली में होगा।
शर्तः हिंदू ही होंगे ट्रस्टी
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का ट्रस्टी होने के लिए एक प्रमुख शर्त रखी गई है। ट्रस्टी होने के लिए अनिवार्य शर्त हिंदू होना भी है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक निर्मोही अखाड़ा के मंहत धीरेंद्र दास भी एक ट्रस्टी रहेंगे। इस ट्रस्ट के चेयरमैन की नियुक्ति ट्रस्टी ही मिलकी करेंगे।