सोनिया विहारः स्ट्रीट लाइट खराब, पीने का पानी नहीं, गंदगी के अंबार

ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बह रहा नालियों का पानी
कचरे का डंपिंग यार्ड बने कालोनी के खाली प्लॉट

टीम एटूजैड/उत्तर पूर्वी दिल्ली
करावल नगर विधानसभा क्षेत्र के सोनिया विहार के लोग प्रषासनिक और राजनीतिक उपेक्षा का दंष झेलने को मजबूर हैं। करीब तीन लाख से ज्यादा की आबादी वाली इस कालोनी मे जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। जबकि ज्यादातर गलियों की स्ट्रीट लाइट्स भी खराब पड़ी हैं। सन 1980 में बसाई गई इस कालोनी के लोगों का कहना है कि इसे सोनिया विहार नहीं, समस्या विहार कहना चाहिए। गलियों से लेकर सड़कों तक कूड़े का ढेर लगा रहता है। कूड़े की वजह से नालियां ब्लॉक हो गई हैं, पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बह रहा है।

स्थानीय निवासी किशोर मिश्रा का कहना है कि सोनिया विहार कॉलोनी में पानी की पाइपलाइन पूरी तरह जर्जर हो चुकी थी। 2016 में नई पाइपलाइन डालने का काम शुरू हुआ, जो 2017 में पूरा हो गया था। इस बात को तीन साल बीत गए, लेकिन उसके बाद भी सोनिया विहार कॉलोनी में पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। जबकि सोनिया विहार वॉटर प्लांट से दिल्ली की अधिकतर आबादी की प्यास बुझाई जा रही है।
शिव चरण चौहान ने बताया कि यहां के मैटरनिटी सेंटर में पानी का कनेक्शन नहीं होने से महिलाओं की डिलिवरी और ऑपरेशन नहीं हो पाते हैं। सिर्फ ओपीडी की सुविधाएं लोगों को मिलती हैं। दिल्ली सरकार की डिस्पेंसरी आज भी किराए के मकान में ही चल रही है। प्रदीप झा ने बताया कि सोनिया विहार के लोग आज भी विकास के लिए तरस रहे हैं। चारों तरफ गंदगी और और कूड़ा नजर आता है। बारिश में नालियां ब्लॉक हो जाती हैं। घरों में गंदा पानी घुस जाता है।
बबलू खान ने कहा कि इलाके की लगभग सारी सड़कें टूटी हुई हैं। यहां के लोग पानी की किल्लत से काफी दिनों से जूझ रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में कॉलोनी के अंदर अवैध रूप से पानी के प्लांट चल रहे हैं, जो ग्राउंड वाटर का दोहन कर रहे हैं। स्थानीय निवासी राहुल ने बताया कि इलाके की ज्यादातर स्ट्रीट लाइट्स खराब पड़ी हैं। दो थाना क्षेत्रों में होने की वजह से यहां गष्त और सुरक्षा की बड़ी समस्या है।