तो 20 अप्रैल के आसपास शपथ लेगा शिवराज का मंत्रिमंडल!

-पहले 10 मंत्रियों को दिलाई जा सकती है शपथ
-मंत्रिमंडल में शामिल होने को जोड़-तोड़ जारी

टीम एटूजैड/ भोपाल-दिल्ली
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल के गठन की तैयारी पूरी कर ली है। अगले सप्ताह उनके मंत्रिमंडल का गठन होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि पहले करीब एक दर्जन मंत्री शपथ ले सकते हैं। उसके बाद मंत्रीमंडल का विस्तार किया जाएगा। खास बात है कि शिवराज सिंह ने मंत्रिमंडल के गठन के संबंध में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही कांग्रेस से आए वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भी चर्चा कर ली है।
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि शिवराज मंत्रिमंडल का गठन 20 अप्रैल या इसके एक-दो दिन आगे-पीछे किया जा सकता है। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीते गुरुवार को ही दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि शिवराज पहले ज्यातिरादित्य के साथ कांग्रेस छोड़कर आए नेताओं को शपथ दिला सकते हैं। इनमें से करीब 10 लोगों के नाम भी तय कर लिए गए हैं। बाकी 12 नेताओं को निगमों और दूसरे विभागों सं संबंधित दिए जाएंगे।
मंत्रिमंडल में होंगे 34 मंत्री
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल में 34 मंत्री हो सकते हैं। मंत्रिमंडल में 35 वां सदस्य मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद होंगे। हालांकि मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में किया जाएगा। बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सदस्य हैं। राज्य में अधिकतम 15 प्रतिशत लोगों का मंत्रिमंडल गठित किया जा सकता है। इस लिहाज से मंध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 35 सदस्यों का मंत्रिमंडल हो सकता है। इस लिहाज से अधिकतम 34 व्यक्तियों को मंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन मुख्यमंत्री शुरूआत में कुछ पदों को खाली रखेंगे। पहली बार में करीब एक दर्जन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलायी जा सकती है। इनमें करीब 10 मंत्री सिंधिया समर्थक होंगे। जोकि फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।
बढ़ी सिंधिया की सक्रियता
सूत्रों का कहना है कि अगले तीन-चार दिन में शिवराज के सहयोगी मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद शुक्रवार को दिल्ली में ही भाजपा के कुछ दूसरे नेताओं के साथ मुलाकात की थी। इसी के बाद से सियासी हलकों में शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नामों को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
इन लोगों को मिल सकता है मंत्री पद
बताया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में शुरूआत में तुलसी सिलावट, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, गोविंद सिंह राजपूत के अलावा कांग्रेस छोड़कर आए एंदल सिंह कंसाना, हरदीप सिंह डंग, राजवर्धन सिंह दत्ती गांव और बिसाहू लाल सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले बाकी अन्य 12 विधायकों को निगम मंडलों में एडजस्ट किये जाने की चर्चा है।
दिल्ली पर टिकी निगाहें
मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल कब शपथ लेगा, इसकी तारीख का फैसला दिल्ली से होना है। यही कारण है कि भोपाल की निगाहें फिलहाल दिल्ली पर लगी हैं। सूत्रों का कहना है कि शुरूआत में मंत्रिमंडल का आकार छोटा रखा जाएगा। इसमें शामिल होने वाले सिंधिया समर्थकों की संख्या को लेकर मामला अटका हुआ है। भाजपा की ओर से जिन वरिष्ठ नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना है, उनके नाम करीब करीब तय माने जा रहे हैं।
23 मार्च को मुख्यमंत्री बने थे शिवराज
मध्य प्रदेश में दिसंबर 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे। कांग्रेस ने पूरे 15 साल बाद राज्य की सत्ता मे ंवापसी की थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने दिसंबर 2018 में ही मुख्यमंत्री का पदभार संभाला था। लेकिन सरकार के गठन के साथ से ही पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच तनातनी शुरू हो गई थी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सियासी बगावत इतनी बढ़ी कि फरवरी के अंत तक सिंधिया ने कांग्रेस के साथ बगावत कर दी और वह भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ कांग्रेस के 22 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस राज्य विधानसभा में अल्पमत में आ गई। इसके चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ को 20 मार्च 2020 को त्यागपत्र देना पड़ा। इसके बाद 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।