जमात में शामिल हुए रोहिंग्या… अपने शिविरों से गायब!

-हैदराबाद, मेवात, डेरा बस्सी, जम्मू और मरकज से जुड़े रोहिंग्याओं के तार
-जमात में शामिल होने के बाद अपने कैंपों में वापस नहीं पहुंचे रोहिंग्या

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज की जमात में बड़ी संख्या में देश-विदेश के लोगों के शमिल होने के पीछे बड़ी साजिश की आशंकाएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। जांच एजेंसियां हर कोंण से जांच में जुटी हैं। इसी बीच गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि मरकज के कार्यक्रम में बड़ी संख्या रोहिंग्या मुसलमान भी शामिल हुए थे और ज्यादातर अब तक अपने कैंपों से गायब हैं।
जानकारी सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को पत्र लिखकर ऐसे शिविरों में कोरोना स्क्रीनिंग कराने के लिए कहा है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में राज्यों को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें कहा गया है कि ऐसी रिपोर्ट है कि निजामुद्दीन मरकज की शिविर में तबलीगी जमात के लोगों के साथ कुछ रोहिंग्या भी शामिल हुए थे।
राज्यों के चीफ सेक्रेटरी, डीजीपी और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को लिखी चिट्ठी में कहा गया है कि ऐसी रिपोर्ट है कि रोहिंग्या मुस्लिम तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। ऐसी संभावना है कि वे कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। हैदराबाद के कैंप में रहने वाले रोहिंग्या मुसलमान हरियाणा के मेवात में आयोजित तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके बाद वह सभी निजामुद्दीन मरकज भी गए थे।
गृह मंत्रालय ने अपनी चिट्ठी में आगे कहा है कि ठीक उसी तरह दिल्ली के श्रम विहार और शाहीनबाग में रहने वाले रोहिंग्या मुसलमान भी तबलीगी जमात के कार्यक्रम में गए थे। लेकिन वह सभी अब तक गायब हैं और अपने कैंप में वापस नहीं पहुंचे हैं। मंत्रालय ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद इन रोहिंग्या मुसलमानों की मौजूदगी पंजाब के डेराबस्सी और जम्मू में होने की खबर है।
यह लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए रोहिंग्या मुस्लिमानों और उनके संपर्क में आए लोगों की स्क्रीनिंग किया जाना जरूरी है। राज्यों को इस संबंध में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। जांच ऐजेंसियां इसके पीछे की संभावित साजिश के लिहाज से भी छानबीन कर रही हैं। क्योंकि दिल्ली के शिविरों में रहने वाले रोहिंग्या दिल्ली की तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद दिल्ली के अपने शिविरों में वापस पहुंचने के बजाय दूसरे स्थानों पर चले गए।
मौलाना साद पर शिकंजा
दिल्ली के मरकज से ‘कोरोना का वायरस’ लेकर जमातियों को भेजने वाले मौलाना साद पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शिकंजा कसना तेज कर दिया है। मौलाना साद के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने गैर इरादतन हत्या सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। इसके अलावा मौलाना के दूसरे चार करीबियों के खिलाफ भी कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। आरोप है कि सरकार के दिशानिर्देशों के बावजूद मौलाना साद ने मरकज में हजारों की संख्या में जमातियों को इकट्ठा किया, सही जानकारी प्रशासन और सरकार से छिपाई। इसके साथ ही मौलाना अब तक पुलिस के सामने नहीं आया है और नाही उसने क्राइम ब्रांच को कोई सहयोग किया है।