मध्य प्रदेश में फिर से ‘शिव-राज’

-शिवराज सिंह चौहान ने ली मध्य प्रदेश के 32 वें मुख्यमंत्री पद की शपथ
-6 मिनट चला शपथ गृहण समारोह, कहाः कोरोना से मुकाबले का समय

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
मध्य प्रदेश में एक बार फिर से शिवराज का राज शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार मध्य प्रदेश के 32 वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। शपथ गृहण समारोह महज 6 मिनट चला। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह जश्न का समय नहीं है। यह समय कोरोना का सामना करने का है। सरकार की प्राथमिकता कोरोना का सामना करने की है।
शिवराज सिंह ने कहा कि हम सबकी यह स्वाभाविक इच्छा होती है कि शपथ के बाद विनय और आभार प्रकट किया जाए। लेकिन आज परिस्थिति अलग है। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए हाथ मिलाना और पुष्पगुच्छ स्वीकार करना ठीक नहीं होगा। हमारे प्रदेश में भी कोरोनावायरस ने दस्तक दे दी है। मोदीजी के आह्वान पर आपने जनता कर्फ्यू को सफल बनाया है। हमारा दायित्व है कि हम बुजुर्गों का ध्यान रखें। निर्देशों का पालन कर जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय दें।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधायक दल की बैठक में कहा कि मेरे लिए आज बहुत भावुक पल है। भाजपा मेरी मां है और मैं मां के दूध की लाज रखने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। जाने वाली सरकार सब तबाह करके गई है। शासन करने की शैली में भी अब परिवर्तन किया जाएगा। हम मिलकर काम करेंगे। जनकल्याण का नया इतिहास रचेंगे। यह उत्सव का समय नहीं है। कोरोना के संकट को समाप्त करना है। तत्काल हमें काम पर जुटना है।
भार्गव ने रखा शिवराज के नाम का प्रस्ताव
भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले गोपाल भार्गव ने नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। विधायक दल की बैठक में गोपाल भार्गव ने शिवराज के नाम का प्रस्ताव रखा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उसका समर्थन किया। हालांकि कुछ ही विधायक बैठक में मौजूद थे। कोरोना का संक्रमण न फैले, इसलिए एहतियात बरतते हुए बाकी विधायकों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में हिस्सा लिया। सभी विधायकों ने शिवराज के नाम पर मुहर लगाई और उन्हें अपना नेता चुन लिया।
मोदी ने शिवराज से की 4 बार बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चार बार शिवराज सिंह चौहान से मध्य प्रदेश के हालात पर बात की थी। इसके बाद शिवराज को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया। मोदी ने शिवराज को कल ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि उन्हें मुख्यमंत्री पद संभालना है। सोमवार सुबह गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ पार्टी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने बैठक की और इस फैसले को अंतिम रूप दिया।