धारा-370 का जाना करोड़ों भारतीयों की भावनाओं का सम्मानः बिधूड़ी

-बिधूड़ी ने किया स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के परिवारों का सम्मान
-प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर संसदीय क्षेत्र में सम्मान कार्यक्रमों का आयोजन

टीम एटूजैड/नई दिल्ली
दक्षिणी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि देश से धारा 370 का जाना देश के 125 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का सम्मान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने देश से जम्मू कश्मीर को अलग करने वाली संविधान की धारा 370 में संशोधन कर करोड़ों भारतीयों के पिछले 70 साल के इंतजार को खत्म किया है। इसके लिए देश और विदेशों में रहने दवाले भारतीय प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का आभार व्यक्त कर रहे हैं। रमेश बिधूड़ी ने कहा कि अनुच्छेद 370 से सिर्फ कांग्रेस पार्टी, जम्मू एंड कश्मीर के तीन परिवार और अलगाववादी विचारधारा के लोगों का ही फायदा हो रहा था। जबकि जम्मू कश्मीर की जनता विकास से वंचित थी और भ्रष्टाचार व आतंकवाद के दलदल में फंसी हुई थी। यह मौकापरस्त और अलगाववादी विचारधारा रखने वाली पार्टियां व परिवार ही आज इस कदम को असंवैधानिक बताने का राग अलाप रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर सांसद रमेश बिधूड़ी ने अपने संसदीय क्षेत्र में रहने वाले स्वतंत्रता सेनारियों और शहीदों के परिवारों का अभिनंदन किया। बिधूड़ी ने अपने संसदीय क्षेत्र में आजाद हिंद फौज के स्वतंत्रता सेनानी लेफ्टिनेंट दादा जवाहर सिंह के परिवार को सम्मानित किया। बिधूड़ी ने इस मौके पर कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध करने वाले राजनीतिक दलों और तीनों परिवारों को स्पष्ट बता देना चाहता हूं कि अनुच्छेद 370 में इसी प्रक्रिया को अपनाते हुए 15 नवंबर 1952 एवं वर्ष 1962 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रपति आदेश लाकर संशोधन किया था। 11.02.1956 और 19.02.1994 के बीच कुल 47 बार राष्ट्रपति आदेश जारी किए गए थे। यही नहीं 1986 में भी तत्कालीन राजीव गांधी सरकार जिसमें स्वयं गुलाम नवी आजाद ग्रह राज्य मंत्री थे ने राष्ट्रपति शासन लगाकर जम्मू और कश्मीर में तत्कालीन कांग्रेस और फारूख अब्दुला के गठबंधन वाली सरकार को भंग किया था। आज के इस फैसले का विरोध सिर्फ अलगाववादी विचार धारा के लोग, 3 परिवार और कांग्रेस ही विशेष तौर पर कर रहे हैं।
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि कांगेस केवल एक धर्म विशेष के वोट बैंक के लिए मोदी सरकार के इस कदम का विरोध कर रही है। दूसरी ओर राज्य के तीन परिवार जो कि बीते 70 वर्षों से जम्मू कश्मीर में जनता के पैसों को लूटते चले आ रहे हैं, वह अपनी रोजी-रोटी व सत्ता में बने रहने के लिए इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने से राज्य में आतंकवाद और भ्रष्टाचार खत्म होगा। अब वहां लोकतांत्रिक सरकार बनेगी और जनता का शासन होगा। भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव पूर्व देश की जनता से यह वादा किया था कि सरकार बनने के बाद अनुच्छेद 370 को हटाने का कार्य किया जायेगा, जिसे देश के ग्रहमंत्री अमित शाह ने पूरा किया है। इसी उद्देश्य के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान दिया था। इस ऐतिहासिक कदम से उनका सपना भी पूरा हो गया है।
रमेश बिधूड़ी ने आगे कहा कि कुछ लोग अपने निजी हितों के चलते भारत सरकार के इस संवैधानिक फैसले पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं। सही मायनों में वह लोग ऐसा करके देश द्रोह कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) के अवसर पर यह आग्रह किया है कि सभी सांसद अपने संसदीय क्षेत्र में स्वतंत्रता सेनानी एवं शहीदां के परिवारजनों से संपर्क कर उनका अभिनंदन करें। इसके साथ ही शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करें। इस काम में भाजपा के सभी सांसद जुट गए हैं।