-औद्योगिक इलाकों का कूड़ा उठाने से नगर निगम का इनकार
-स्थायी समिति बैठक में आप पार्षद विकास गोयल ने उठाए सवाल
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने ठेंगा दिखा दिया है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने राजधानी के औद्योगिक इलाकों का कूड़ा-कचरा उठाने से मना कर दिया है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति बैठक में अतिरिक्त आयुक्त बीएम मिश्रा ने साफ कहा कि औद्योगिक इलाकों में सफाई और वहां का कचरा उठाने का काम दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट अथॉरिटी (डीएसआईआईडीसी) का है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पास पैसे की कमी है इसलिए किसी दूसरी एजेंसी या विभाग का काम नहीं कराया जा सकता।
400 ट्रक कूड़े का अंबार आम आदमी पार्टी के पार्षद और स्थायी समिति सदस्य विकास गोयल ने कहा कि वजीरपुर आद्योगिक क्षेत्र में 400 ट्रक कूड़े का अंबार लगा है। दिल्ली की आबोहवा वैसे ही खराब है। जिन डलाव घरों या उनके आस पास कूड़े के अंबार लगे हैं वहां आग लगी रहती है। जिसकी वजह से हर समय धुआं उठता रहता है। आस-पास के लोगों रहना और वहां से निकलन मुश्किल हो गया है।
विपक्षी दलों के खिलाफ निगम विकास गोयल ने सवाल उठाया कि जब मार्च 2018 तक यहां का कूड़ा नगर निगम उठाता रहा है तो अब क्यों नहीं उठाया जा रहा? इस सवाल पर निगम अधिकारी घिरे नजर आए। विकास गोयल ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता और निगम अधिकारी जानबूझकर दूसरे दलों के पार्षदों के इलाकों में सफाई व्यवस्था खराब कर रहे हैं।
2016 लागू है नियम
राजधानी में यह नियम 2016 से लागू है कि नगर निगम अपने कार्यक्षेत्र का कूड़-कचरा उठाएगा। डीडीए या डीएसआईआईडीसी के इलाकों का कूड़ा-कचरा वही एजेंसियां उठाएंगीं। यह तथ्य खुद अतिरिक्त उपायुक्त बीएम मिश्रा ने स्वीकार किया। लेकिन वह विकास गोयल द्वारा उठाए गए इस सवाल का जवाब नहीं दे सके कि मार्च 2018 तक नगर निगम कैसे कचरा उठाता रहा?