दंगा मामलाः ताहिर के 15 नजदीकी SIT के राडार पर

-चांदबाग के गुनहगार के संपर्क में रहे थे दंगों के दौरान
-पुलिस के हत्थे चढ़े ताहिर के पिस्टल और मोबाइल फोन

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
राजधानी के उत्तर-पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में हुए दंगों के मामले में गिरफ्तार दिल्ली के नेहरू विहार से आप से निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन पर एसआईटी का शिकंजा बढ़ता जा रहा है। कोर्ट ने गुनाहों के आरोपी ताहिर को सात दिन के लिए क्राइम ब्रांच की एसआईटी की हिरासत में भेजा है। उसकी घटना वाले दिन और इसके बाद की कुंडली खंगालने पर एसआईटी को कुछ खास जानकारी हासिल हुई है।
सूत्रों के मुताबिक घटना वाले दिन ताहिर हुसैन ने कई लोगों से सबसे ज्यादा बार और लगातार बात की थी। एसआईटी ने ऐसे 15 लोगों की पहचान कर ली है। आरोपी ताहिर मोबाइल के जरिए इनके साथ लगातार संपर्क में था। हालांकि अभी यह खुलासा नहीं हुआ है कि इन फोन कॉल्स के दौरान इन लोगों के बीच क्या बातचीत हुई थी।
यह सभी 15 लोग अब एसआईटी के राडार पर हैं। सूची में शामिल कई लोग दंगों के आरोपी ताहिर के रिश्तेदार हैं। सूत्रों के मुताबिक ताहिर ने बताया है कि घटना वाले दिन वह इन लोगों को दंगा वाले इलाके में जाने को कह रहा था। फिलहाल दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के गले ताहिर की यह दलील नहीं उतर रही है।
क्राइम ब्रांच ने सूची में शामिल संदिग्ध लोगों को कानूनी नोटिस भेजकर तलब करना शुरू कर दिया है। एसआईटी को उम्मीद है कि भले ही पिछले तीन दिन में दंगा आरोपी ताहिर से कुछ विशेष हासिल नहीं हो पाया हो, लेकिन आने वाले दो-तीन दिन में इस संबंध में काफी महत्वपूर्ण जानकारियों हासिल हो सकती हैं। बता दें कि चांदबाग के गुनाहों के आरोपी ताहिर के खिलाफ मुख्य मामला अंकित शर्मा के हत्याकांड का है।
फोरेंसिक जांच के लिए भेजी पिस्टल
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चांदबाग के गुनाहों के आरोपी ताहिर की लाइसेंसी पिस्टल और 24 कारतूस जब्त कर लिए हैं। पिस्टल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, ताकि यह पता चल सके कि इससे कोई फायर किया गया था या नहीं। दंगों के दौरान यह पिस्टल ताहिर के पास ही थी, बाद में उसने इसे अपने किसी जानने वाले के यहां रख दिया था। पुलिस ने ताहिर का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है।
मुस्तफाबाद में चार लोगों ने की थी ताहिर की मदद
दंगों के दौरान मुस्तफाबाद इलाके में चांदबाग के गुनाहों के आरोपी ताहिर की मदद चार लोगों ने की थी। यह चारों भी एसआईटी के राडार पर आ गए हैं। एक-दो दिन में इन्हें क्राइम ब्रांच के कार्यालय में बुलाकर इनसे पूछताछ की जाएगी।
चांदबाग इलाके में ही रहा था ताहिर
दंगों के दौरान ताहिर हुसैन लगातार कहता रहा था कि उसे पुलिस ने उसके घर से बाहर निकाला था। इसके बाद वह अपने घर या उसके आसपास रहा ही नहीं था। लेकिन एसआईटी की जांच में पता चला है कि ताहिर हुसैन बीते 24 फरवरी से 27 फरवरी के बीच चांद बाग, मुस्तफाबाद और आसपास के इलाकों में ही मौजूद था।
27 फरवरी के बाद उसकी लोकेशन जाकिर नगर में पाई गई थी। यहां वह दो दिन तक रुका था। इस दौरान पुलिस का दबाव बढ़ने पर उसने अपना मुख्य मोबाइल नंबर भी बंद कर लिया था। इसके बाद उसने अपने पुराने मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया था। इस मोबाइल की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है।
दर्ज हुईं 683 एफआईआर
उत्तर पूर्वी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हुए दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 683 एफआईआर दर्ज की हैं। अब तक पुलिस ने 1983 लोगों को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने आर्म्स एक्ट में भी अलग से 48 एफआईआर दर्ज की हैं। दिल्ली पुलिस ने अब तक 44 मृतकों की सूची भी जारी की है। जिनमें से 24 लोगांं की मौत भीड़ द्वारा मारपीट, 12 लोगों की मौत गोली लगने से, 5 लोगों की मौत जलने और एक व्यक्ति की मौत पत्थर लगने से बताई गई है।