क्वारंटाइन सेंटर्स में नंगे घूम रहे थे ‘मजहबी वायरस’

-अश्लील गानों, अश्लील इशारों और बीड़ी पीने का शौक रखते हैं ‘इस्लाम के फरिश्ते’
-छह में से पांच जमाती वायरसों के खिलाफ यूपी सरकार ने की रासुका की कार्रवाई

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
देश में कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान इस्लाम का प्रसार करने वाले ‘इस्लाम के फरिश्तों’ का नया चेहरा सामने आया है। मस्जिदों के जरिए धार्मिक गतिविधियों को बढ़ाने वाले यह मौलाना रूपी ‘मजहबी वायरस’ क्वारंटाइन सेंटर्स में नंगे घूम रहे हैं। खास बात है कि महिलाओें को अश्लील इशारे करना, गंदे गाने सुनना और बीड़ी पीना इस्लाम धर्म के इन ठेकेदारों के पसंदीदा शौक हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन के तबलीगी जमात के मरकज से निकले इन मौलानाओं ने गाजियाबाद के आइसोलेशन सेंटर में अपने व्यवहार से बता दिया है कि भारत के मुस्लिम परिवारों में जाकर यह मौलाना किस तरह से इस्लाम धर्म का प्रचार करते हैं।
गाजियाबाद जिला अस्पताल में भर्ती इन मौलानाओं के खिलाफ जांच में प्रथ दृष्टया छह में से पांच को दोषी पाया गया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पांचों के खिलाफ रासुका के तहत एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इन ‘मजहबी वायरसों’ के खिलाफ कानपुर सहित दूसरे जिलों से भी इस तरह की शिकायतें आई हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे मौलानाओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। किसी भी देशद्रोही को नहीं छोड़ा जाएगा।
दक्षिण दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन के मरकज में हुई तबलीगी जमात में शामिल गाजियाबाद के लोगों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड व क्वारंटाइन में रखा गया है। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. रविंद्र सिंह राणा ने नगर कोतवाल विष्णु कौशिक को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि यह जमाती मौलाना बिना पैंट पहने ही वार्ड में नंगे घूम रहे हैं। ऐसी स्थिति में उनका इलाज संभव नहीं हो पा रहा है।
जिला अस्पताल में तैनात नर्सों ने लिखित शिकायत की थी कि यहां पर भर्ती यह मौलाना उनसे बीड़ी और सिगरेट की मांग कर रहे हैं। इतना ही नहीं यह बहशी मौलाना महिला स्वास्थ्य कर्मियों के साथ अश्लील इशारे कर रहे थे। इस्लाम धर्म के प्रचार-प्रसार पर निकले यह मौलाना अस्पताल के वार्ड में गंदे बोल वाले आपत्तिजनक गाने तेज आवाज में बजाते हैं। इससे ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मचारियों को परेशानी हो रही है।
अस्पताल के सीएमओ डॉक्टर एनके गुप्ता के मुताबिक गुरुवार शाम सात बजे तक तबलीगी जमात में शामिल हुए गाजियाबाद के 177 लोगों का पता लगाया जा चुका है। इनमें से पांच दिल्ली में भर्ती हैं और एक बरेली के अस्पताल में भर्ती है। सीएमएस का कहना है कि महिला नर्स जैसे ही वार्ड में जाती हैं तो जमाती मौलाना अपने कपड़े बदलना शुरू कर देते हैं। बिना पैंट के वार्ड में घूमते रहते हैं। गंदे गाने सुन रहे हैं और स्टाफ नर्स व कर्मचारियों से बीड़ी-सिगरेट की मांग कर रहे हैं। महिला कर्मचारियों को अश्लील इशारे कर रहे हैं। आइसोलेशन वार्ड में रहने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताए जाने का भी जमात से आए यह ‘मजहबी वायरस’ मजाक उड़ा रहे हैं। तबलीगी जमात से आए यह मौलाना अपने सैंपल लेने का भी विरोध कर रहे हैं। बता दें कि इसी तरह की शिकायतें दिल्ली सहित अन्य राज्यों के आइसोलेशन सेंटर्स से भी मिल रही हैं।
नंबर लिखवाकर गायब हुए सिपाही
गाजियाबाद जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर रविंद्र सिंह राणा ने बताया कि उन्होंने एसपी क्राइम प्रकाश कुमार को इसकी लिखित सूचना दी थी। इसके बाद अस्पताल के संबंधित वार्ड में चौकी प्रभारी पहुंचे थे और आइसोलेशन वार्ड के स्टाफ को बताया गया था कि दो सिपाही इमरजेंसी में तैनात किए गए हैं। यदि दोबारा इस तरह की अभद्रता की जाती है तो तुरंत सूचना दें। लेकिन दोनों सिपाही अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में अपना मोबाइल नंबर लिखवाकर गायब हो गए।