गुजरात में कांग्रेस के लिए मुश्किल हुई राज्यसभा की राह

-बीजेपी ने पूर्व कांग्रेसी नरहरि अमीन को मैदान में उतारा
-निर्दलीयों और दूसरे दलों के साथ बीजेपी की नजदीकी

टीम एटूजैड/ अहमदाबाद
गुजरात में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए कांग्रेस के लिए राह मुश्किल हो गई है। राज्य की 4 राज्यसभा की सीटों के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने 8 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। बीजेपी ने अभय भारद्वाज, रामिला बेन बारा, नरहरि अमीन का नामांकन करवाया है। दूसरी ओर कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी का नामांकन दाखिल कराया है। शुक्रवार को नामांकन के आखिरी दिन बीजेपी ने दिनेश भाई कोडरभाई मकवाना, शाह अमित भाई पोपटलाल और कीरत सिंह जीतूभाई राना ने भी नामांकन दाखिल कर दिए।
बता दें कि गुजरात से राज्यसभा के चार सदस्य जिनमें बीजेपी के चुन्नी भाई गोहेल, शंभू प्रसाद टुंडिया और लाल सिंह वडोडिया व कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री का कार्यकाल 9 अप्रैल को पूरा हो रहा है। माना जा रहा है कि संख्या बल के आधार पर बीजेपी और कांग्रेस के हिस्से दो-दो सीट आ सकती हैं। लेकिन राज्य के ताजा हालातों को देखते हुए कांग्रेस की एक सीट मुश्किल में पड़ सकती है। गुजरात के लिए राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव आने वाले 26 अप्रैल को होना है।
बता दें कि बीजेपी की ओर से बुधवार को अभय भारद्वाज और रामिलाबेन बारा के नामांकन दाखिल कराए थे। लेकिन कांग्रेस से बीजेपी में आए वरिष्ठ नेता नरहरि अमीन के प्रभाव को देखते हुए बीजेपी ने अमीन का नामांकन भी दाखिल करवा दिया था। यह इसलिए कराया गया है ताकि दलबदल की स्थिति में तीसरी सीट पर भी भाजपा की जीत हो सके। माना जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को निर्दलीयों के साथ अन्य दलों का सहयोग भी मिल सकता है।
गुजरात विधानसभा के समीकरण
गुजरात विधानसभा के सियासी समीकरणों की वजह से कांग्रेस की दूसरी सीट दलबदल में फंसती नजर आ रही है। राज्य की विधानसभा में कुल 182 सदस्य होते हैं। अभी विधानसभा में दो सीट खाली हैं। बीजेपी के पास 103 का आंकड़ा है, जबकि कांग्रेस के 73 विधायक हैं। भारतीय ट्राइबल पार्टी के पास दो और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के पास एक विधायक हैं। एक सीट निर्दलीय विधायक के पास है। बीजेपी ने पिछले राज्यसभा चुनाव में भी दल-बदल की नीति अपनाई थी।