कांग्रेस को दिखा प्रियंका में दम!

-इंदिरा गांधी के बाद प्रियंका ने दिखाया संघर्ष का जज्बा
-प्रियंका जमीन पर… तो कांग्रेसियों के हौसले आसमान पर

संजीव अरोड़ा/नई दिल्ली
सियासी समंदर में लगातार डूबती जा रही कांग्रेस को तिनके का सहारा नजर आया है। राहुल गांधी के भट्टा पारसौल के बाद गांधी परिवार की प्रियंका गांधी पहली बार गरीबों की लड़ाई लड़ने के लिए पहली बार जमीन पर उतरीं तो कांग्रेसियों के हौसले आसमान पर पहुंच गए हैं। कांग्रेसी नेताओं को प्रियंका गांधी में पार्टी का खेवनहार नजर आने लगा है। प्रियंका गांधी सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने गई थीं। लेकिन उन्हें प्रशासन ने बीच मेें ही रोक लिया। प्रियंका को इससे इंदिरा बनने का मौका मिल गया। हालंाकि उत्तर प्रदेश सहित ज्यादातर राज्यों में अब कांग्रेस काडर नहीं बचा है। लेकिन इस घटना को सोशल मीडिया पर खूब प्रचार मिला। सोशल मीडिया पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ प्रियंका गांधी की फोटो को कांग्रेस नेताओं ने खूब शेयर किया। प्रियंका गांधी अपनी जिद की वजह से दो पीड़ित परिवारों से मिलने में कामयाब रहीं।
बेलछी हत्याकांड में जमीन पर उतरीं थीं इंदिरा
1977 में केंद्र में जनता पार्टी की सरकार थी। बिहार के बेलछी में 11 दलितों की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद इंदिरा गांधी ने बेलछी जाकर मृतकों के परिजनों से मिलने का फैसला किया। लेकिन उनका दौरा आसान नहीं था, क्योंकि बाढ़ की वजह से सारे रास्ते बंद थे। लेकिन इंदिरा नहीं मानीं और जीप-ट्रैक्टर और आखिर में हाथी पर बैठकर वह बेलछी गांव पहुंची थी। इंदिरा का बेलछी गांव का दौरा कांग्रेस के लिए संजीवनी साबित हुआ और कांग्रेस फिर से सत्ता में आ गई थी।