मस्जिदों में नहीं घर में अदा करनी होगी नमाज

-शासन-प्रशासन हुआ सख्त तो जामा मस्जिद से भी हुई अपील
-धारा 144 का असर, मंदिर-गुरूद्वारों ने पहले ही कर दी घोषणा

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में शासन और प्रशासन की सख्ती का असर दिखने लगा है। एक ओर जहां सड़कों पर निकलने वालों की संख्या में मंगलवार को कमी देखने को मिल रही है। वहीं धार्मिक केंद्रों से भी लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की जा रही है। दिल्ली की मस्जिदों में अब लोग इकट्ठे नहीं हो सकेंगे।
लॉकडाउन के चलते धार्मिक स्थलों में भीड़ जुटाने की भी मनाही है। राजधानी के सभी प्रमुख मंदिरों और गुरूद्वारों की ओर से पहले ही लोगों से अपने घरों में रहकर पूजा-पाठ करने की अपील की गई थी। अब सरकारी आदेश को देखते हुए सोमवार से दिल्ली की ज्यादातर मस्जिदों से घर में ही नमाज अदा करने का एलान किया गया। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने लाउडस्पीकर पर लोगों से घरों में नमाज अदा करने की अपील की।
जामिया नगर, सीलमपुर, जाफराबाद, मुस्तफाबाद, पुरानी दिल्ली और जामा मस्जिद क्षेत्रों में मस्जिदों से एलान किया गया कि लोग अपने-अपने घरों में रहकर नमाज अदा करें। मस्जिदों में नमाज और अजान अपने समय पर होगी, लेकिन मुअज्जिन और इमाम व यहां काम करने वाले लोग ही मस्जिद में नमाज अदा करेंगे। उलेमाओं का कहना है कि घरों में नमाज अदा करने पर भी लोगों को उतना ही सबाब मिलेगा, जितना मस्जिदों में आकर मिलता है।
मुस्लिम देशों ने पहले ही लगाई रोक
विश्व के ज्यादातर मुस्लिम देशों में पहले ही लोगों के मस्जिदों में इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। कोरोना से बचाव के लिए कदम उठाते हुए ईरान और यनाईटेड अरब अमीरात में लोगों से कहा गया है कि वह अपने घरों पर ही नमाज अदा करें। यदि कोई व्यक्ति मस्जिदों तक बिना किसी कारण के जाएंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।