पुलिस के हत्थे चढ़े चांदबाग के मौत के सौदागर

-ताहिर का भाई लियाकत 14 दिन की रिमांड पर
-लियाकत के बेटे रियासत का 3 दिन का रिमांड

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांदबाग दंगों के मौत के सौदागरों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच का शिकंजा लगातार बढ़ता जा रहा है। दिल्ली हिंसा के दौरान खुफिया विभाग के अधिकारी अंकित शर्मा की निर्मम हत्या के मामले में गिरफ्तार ताहिर हुसैन पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने सोमवार 9 फरवरी को चांदबाग के गुनाहों के आरोपी ताहिर के भाई शाह आलम को भी हिरासत में ले लिया है अंकित शर्मा की हत्या मामले की जांच में शाह आलम के शामिल होने की बात सामने आई है। इसके बाद से ही पुलिस को शाह आलम की तलाश थी। रविवार को ताहिर हुसैन की सहायता करने वाले पिता-पुत्र रियासत अली और लियाकत को भी कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया था।
उत्तर पूर्वी जिले में हुए दंगों के आरोप में गिरफ्तार रियासत अली को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया जबकि उसके पिता लियाकत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। हिंसा भड़काने के एक आरोपी तारिक रिजवी को जमानत मिल गई। दंगों के आरोपी पिता लियाकत अली और-पुत्र रियासत अली पर हिंसा के दौरान भीड़ का नेतृत्व करने, क्षेत्र में पथराव करने और पेट्रोल बम फेंकने के आरोप हैं।
यह बात भी सामने आई है कि आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन और उसका भाई लियाकत चाहते तो चांदबाग इलाका दंगों की आग में झुलसने से बच जाता। चांद बाग में पथराव लियाकत ने ही शुरू किया था। उसके बेटे रियासत और एक अन्य युवक गुलफाम ने पार्षद के घर की छत से करीब एक घंटे तक दूसरे समुदाय के लोगों पर लगातार फायरिंग की थी। फिलहाल गुलफाम और अन्य आरोपी फरार हैं।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक कि दंगे शुरू होने पर चांद बाग में दोनों पक्षों की बात हुई थी। 23 फरवरी को दोपहर करीब डेढ़ से दो बजे तक हुई बातचीत में ताहिर हुसैन और लियाकत अली शामिल थे। दोनों का इलाके में प्रभाव भी है। ताहिर हुसैन निगम पार्षद है और लियाकत का टेंट का कारोबार है। बातचीत के बाद लियाकत अपने घर की ओर चला गया था और वहीं से उसने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद ही चांद बाग दंगों की आग में झुलस गया था। अगले दिन दंगा करने वालों की संख्या 500 से ज्यादा हो गई थी। इस पक्ष के लोग भारी संख्या में निगम पार्षद ताहिर की छत पर चढ़ गए थे। इस दौरान ताहिर या लियाकत ने किसी को भी नहीं रोका था।
क्राइम ब्रांच की जांच में यह बात भी सामने आई है कि चांद बाग में फायरिंग लियाकत अली (63) के बेटे रियासत अली (38) और गुलफाम ने की थी। पहले इन लोगों ने नीचे से ही फायरिंग शुरू की थी। इसके बाद ये ताहिर हुसैन के घर की छत पर गए और वहां एक घंटे से ज्यादा समय तक फायरिंग की थी।
पुलिस ने लियाकत, रियासत व ताहिर हुसैन से पूछताछ के बाद 12 से ज्यादा आतंकी दंगाईयों की पहचान की है। इनकी गिरफ्तारी के लिए अलग अलग दबिश दी जा रही हैं। पुलिस इस जांच में भी जुटी है कि ताहिर हुसैन ने अपने मोबाइल से क्या-क्या डिलीट किया है। इसके लिए पुलिस ने चांदबाग के गुनाहों के आरोपी निगम पार्षद के मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है।