कर्नाटक में अब भाजपा विधायकों का नाटक!

-मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज विधायकों के समर्थकों का विरोध प्रदर्शन
-भाजपा के आधा दर्जन से ज्यादा विधायक मुख्यमंत्री येदियुरप्पा से नाराज

टीम एटूजेड/बेंगलुरू
कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार के गठन के साथ ही अब भाजपा विधायकों का नाटक शुरू हो गया है। मंत्री नहीं बनाए जाने के चलते पार्टी के अधा दर्जन से ज्यादा विधायक मुख्यमंत्री येदियुरप्पा से नाराज बताए जा रहे हैं। खास बात है कि मंगलवार को कर्नाटक सरकार के मंत्रीमंडल के पहले विस्तार के बाद कई विधायकों के समर्थकों ने अलग अलग स्थानों पर अपनी ही सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए।
लंबे इंतजार के बाद मंगलवार को बीएस येदियुरप्पा ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया। राजभवन में हुए इस कार्यक्रम में 17 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। मंत्रिमंडल में शामिल हुए चेहरों में ज्यादातर लोग येदियुरप्पा के करीबी हैं और इनमें से ज्यादातर 2008 से 2013 के भाजपा शासनकाल में भी मंत्री थे।
आश्चर्य की बात है कि पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर को भी मंत्री बनाया गया है। मल्लेश्वरम से विधायक अश्वत नारायण पहली बार मंत्री बने हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस और जेडीएस बागी विधायकों को मुंबई के होटल में एक साथ रखने में अश्वत नारायण ने अहम भूमिका अदा की थी, जिसका ईनाम उन्हें अब दिया गया है।
कई जगह हुए विरोध प्रदर्शन
मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद कर्नाटक भाजपा में चल रही गुटबाजी खुलकर बाहर आ गई। कई विधायक मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हो गए हैं। चित्रदुर्गा से भाजपा विधायक तिप्पा रेड्डी के समर्थकों ने चित्रदुर्गा में विरोध प्रदर्शन किया। यहां प्रदर्शनकारियों खदेड़ने के लिए पुलिस-प्रशासन को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। तिप्पा रेड्डी ने खुद कहा कि वह मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं और अपने समर्थकों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इनके साथ-साथ चित्रदुर्गा जिले के होसदुर्गा सीट से विधायक जी शेखर भी नाराज हैं। इनके अलावा मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के करीबी माने जाने वाले उमेश कत्ती भी उनसे नाराज चल रहे हैं। हालांकि प्रदेश भाजपा ने अपने नाराज विधायकों को मनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
जातिगत समीकरणों का रखा खयाल
मंगलवा को मंत्रिमंडल में शामिल किए गए 17 नेताओं में से 7 लिंगायत समुदाय से हैं जो कि भाजपा का बड़ा वोट बैंक माना जाता है। इसके अलावा 3 वोक्कालिगा यानी गौड़ा समुदाय से, चार एससी-एसटी, 2 ओबीसी और एक ब्राह्मण समुदाय से हैं। मंत्रिमंडल के गठन के तुरंत बाद सीएम बीएस येदियुरप्पा ने सभी मंत्रियों को काम पर लगा दिया है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगाई मंत्रियों की ड्यूटी
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद सभी मंत्रियों को कर्नाटक में बाढ़ से प्रभावित इलाकों में लगातार दो दिन तक दौरे करने का निर्देश दिया है। यह मंत्री सभी जिलों में दौरा करेंगे और प्रभावित लोगों से बात करेंगे। सभी मंत्री बाढ़ से प्रभावित लोगों को तुरंत मुआवजा दिलाने की व्यवस्था करेंगे।