-शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी को दिया जा रहा बीजेपी में बढ़ावा
-भूमि पूजन से लेकर रन फॉर यूनिटी तक बीजेपी ने पुरी को बढ़ाया
भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में सियासी बदलावा शुरू कर दिए हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख शीर्ष नेतृत्व का दिल्ली भाजपा के नेताओं पर से भरोसा उठता जा रहा है। पार्टी ने दिल्ली में अब केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी को बढ़ाना शुरू कर दिया है। इसका ताजा उदाहरण बीजेपी के पिछले दो दिन के कार्यक्रमों में पुरी की प्रमुख रूप से मौजूदगी को माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए दिल्ली में भाजपा के पास कोई चेहरा नहीं है। बताया जा रहा है कि पार्टी के शीर्ष नेताओं ने इसी के चलते हरदीप पुरी पर फोकस करना शुरू कर दिया है।
साल 2020 की शुरूआत में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र में भाजपा का धारा-370 और पाकिस्तान का मुद्दा नहीं चला है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जिस तरह से चुनावी ताना-बाना बुना है। उसको लेकर पार्टी के शीर्ष नेताओं ने अपनी रणनीति में बदलावा शुरू कर दिए हैं। सूत्रों का कहना है कि भाजपा आलाकमान को दिल्ली भाजपा के नेताओं पर भरोसा नहीं है। भाजपा में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रमुख रूप से चार लोग मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बताए जा रहे थे। लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता और केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन को पार्टी मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश नहीं करना चाहती।
सूत्रों का कहना है कि बीजेपी की खोज फिलहाल हरदीप पुरी पर आकर रूक गई है। पार्टी नेतृत्व हरियाणा और महाराष्ट्र में इस तरह के प्रयोग पहले भी कर चुका है। इसलिए अब दिल्ली में बीजेपी नेतृत्व ने पुरी को आगे करना शुरू कर दिया है। दिल्ली बीजेपी में अब तक एक खेमा मानकर चल रहा था कि अंतिम समय में बीजेपी विधानसभा चुनाव के लिए डॉ हर्षवर्धन को आगे कर सकती है। लेकिन गुरूवार को इंडिया गेट पर आयोजित कार्यक्रम के बाद इन अटकलों पर भी विराम लग गया है।
प्रदेश कार्यालय में भूमि पूजन में रही मौजूदगीः
इंडिया गेट पर रन फॉर यूनिटी में हुए शामिलः
नेतृत्व को दिल्ली बीजेपी के नेताओं पर नहीं भरोसाः
भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में 1998 से सत्ता का बनवास झेल रही है। इस दौरान पार्टी विजय कुमार मलहोत्रा, विजय गोयल, विजेंद्र गुप्ता और डॉ हर्षवर्धन को आजमा चुकी है। 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने नया प्रयोग करते हुए किरण बेदी को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में आजमाया था। लेकिन उनके नेतृत्व में दिल्ली में भाजपा सबसे बुरी तरह से हारी थी।
खराब हुई तिवारी की छविः
बीजेपी को थी नए व्यक्ति और साफ छवि की तलाशः
,पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि भाजपा किसी नए चेहरे की तलाश में थी। ऐसे में बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने हरदीप पुरी को पार्टी से जुड़े कार्यक्रमों में आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। सूत्रों का यह भी कहना है कि पार्टी की तलाश अभी खत्म नहीं हुई है। आने वाले दिनों में कुछ और लोगों पर भी पार्टी की ओर से फोकस किया जाएगा। लेकिन प्रदेश के वर्तमान शीर्ष नेताओं में से पार्टी का चेहरा बनाए जाने के लिए किसी के नाम पर भी विचार नहीं किया जा रहा।