व्यापारी सम्मेलन में न वित्त मंत्री आईं और न व्यापारी!

-मौसम की खराबी के चलते देर से पहुंचे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
-तय कार्यक्रम के बावजूद नहीं पहुंची वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन
-व्यापारी सम्मेलन में नहीं दिखे ज्यादातर व्यापारिक संगठनों के नेता

हीरेन्द्र सिंह राठौड़ /नई दिल्ली
सोमवार को दिल्ली बीजेपी द्वारा आयोजित व्यापारी सम्मेलन पार्टी का फ्लॉप शो जेसा रहा। पहले से तय कार्यक्रम के बावजूद वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन नहीं पहुंची। दूसरे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी कार्यक्रम में तब पहुंचे जब कार्यक्रम में शामिल 90 फीसदी लोग स्टेडियम से जा चुके थे। इसे बीजेपी से व्यापारियों का मोहभंग कहें या दिल्ली में पार्टी की घटती लोकप्रियता कि तीन हजार की क्षमता वाला स्टेडियम भी आधा खाली ही रहा। टीम एटूजेड ने स्टेडियम पहुंचे कई लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि वह व्यापारी नहीं बल्कि पार्टी के पदाधिकारी हैं। खास बात यह भी रही कि व्यापारी सम्मेलन में कुछ महिलाओं के गुट भी नजर आए। जब उनसे बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें उनके इलाके के नेताजी लेकर आए हैं।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनावों की आधिकारिक घोषणा होना अभी बाकी है। लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव के लिए कमर कसना शुरू कर दिया है। तीनों ही पार्टियां अपने-अपने वोट बैंक को तलाश रही हैं। केवल यही नहीं चुनाव के समय दुधारू गाय माने जाने वाले व्यापारी वोट बैंक पर भी सभी राजनीतिक दलों की पैनी नजर है।
दिल्ली बीजेपी ने सोमवार को तालकटोरा स्टेडियम में विशाल व्यापारी सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन की खास बात यह रही कि इसमें भी आम व्यापारी के बजाय केवल भाजपा से जुड़े जिला, मंडल और विभिन्न प्रकोष्ठों के नेताओं ने शिरकत की। सोमवार को हुए भाजपा के व्यापारी सम्मेलन में दिल्ली के विभिन्न इलाकों के ज्यादातर व्यापारिक संगठनों के नेता शामिल ही नहीं हुए। यहां तक कि भाजपा से जुड़े रहे व्यापारी नेता और व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारी शामिल नहीं हुए।
पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक, खारी बावली, कश्मीरीगेट, चावड़ी बाजार, लाल कुआं, नया बाजार, श्रद्धानंद मार्केट, पहाड़गंज, कमला मार्केट, सदर बाजार, करोलबाग, कनाट प्लेस, गांधी नगर, शाहदरा, जाफराबाद, नारायणा, ग्रीन पार्क, ग्रेटर कैलाश सहित दिल्ली के दूसरे इलाकों की मार्केट एसोसिएशनों के व्यापारी नेता सोमवार के व्यापारी सम्मेलन में नजर नहीं आए। आश्चर्य की बात यह रही कि दिल्ली की व्यापारिक राजनीति से दूर होते जा रहे केवल एक विशेष व्यापारी संगठन के दो नेता ही इस व्यापारी सम्मेलन में नजर आए। इनमें से एक व्यापारी नेता मंच पर और एक मंच के नीचे बैठे दिखाई दिए। भाजपा के व्यापारी सम्मेलन में पार्टी से जुड़े वह नेता भी नहीं आए जो पार्टी के दूसरे प्रकोष्ठों के पदाधिकारी हैं।
खाली पड़ी रहीं ज्यादातर कुर्सियां
भारतीय जनता पार्टी लाख कोशिशों के बावजूद दिल्ली में अपना आधार नहीं बढ़ा पा रही है। नोटबंदी, जीएसटी और सीलिंग की समस्या के बाद दिल्ली का व्यापारी वर्ग तेजी से भाजपा से दूर हुआ है। पिछले कुछ वर्षों में भाजपा नेताओं ने दिल्ली के व्यापारियों की समस्याओं को लेकर ज्यादा गंभीरता नहीं दिखाई। यही कारण है कि पार्टी के परंपरागत व्यापारी मतदाता का भाजपा से मोहभंग होता जा रहा है। सोमवार के व्यापारी सम्मेलन में पार्टी के नेताओं को व्यापारियों के बजाय दूसरे लोग लाने पड़े।
पुरी के भाषण के बाद नहीं सुनी आवाज
सोमवार के भाजपा के व्यापारी सम्मेलन में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी का भाषण सबसे बाद में कराया गया। इसके साथ ही तालकटोरा स्टेडियम में मौजूद लोग अपनी सीट छोड़कर चल दिए। तभी पाटी् के नेताओं को सूचना मिली कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल दिल्ली पहु्रच गए हैं और पांच मिनट में स्टेडियम पहुंच जाएंगे। मंच से बार बार लोगों से बैठे रहने की अपील की गई, लेकिन पार्टी के जिला अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी ही नहीं मंडल अध्यक्ष और दूसरे नेता भी एक-एक कर पीछे के रास्ते से निकल गए। हालांकि बाद में पीयूष गोयल मंच पर पहुंचे और उन्होंने देर से पहुंचने का कारण बताते हुए लोगांं से माफी भी मांगी।