-आम आदमी पार्टी की प्राथमिकता में मेयर चुनाव, वहीं टलवाने की रहेगी बीजेपी की कोशिश!
जे.के.शुक्ला/ नई दिल्लीः 5 फरवरी, 2023।
सोमवार को होने जा रहा दिल्ली के मेयर (Mayor) व डिप्टी मेयर का चुनाव एक बार फिर से टल सकता है! उपराज्यपाल (LG) ने मेयर के चुनाव के लिए सोमवार 6 फरवरी को दिल्ली नगर निगम के सदन की बैठक बुलाई है। मेयर चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रणनीति तैयार कर ली है। सोमवार को नगर निगम की बैठक में एक बार फिर हंगामा होने के आसार बताये जा रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि आम आदमी (AAP) पार्टी ने किसी भी तरह से इस बार मेयर का चुनाव करवाने की रणनीति बनाई है। पिछली बार की तरह आप (AAP) पार्षद इस बार भी सदन की कार्यवाही के दौरान कोई विशेष मुद्दा नहीं उठायेंगे। ताकि बैठक की कार्यवाही में कोई व्यवधान नहीं आये और मेयर का चुनाव हो सके। आप (AAP) नेताओं को डर है कि यदि थोड़ा भी हंगामा हुआ तो पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा हंगामे को वजह बताते हुए एक बार फिर सदन की कार्यवाही को अगली बैठक तक के लिए टाल सकती हैं।
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पार्षदों की कोशिश रहेगी कि वह किसी मुद्दे को लेकर आप नेताओं के खिलाफ नारेबाजी करेगे, ताकि आप पार्षदों को हंगामे के लिए उकसाया जा सके। यदि ऐसा होता है कि सदन की कार्यवाही अगली बैठक तक के लिए टाली जा सकती है। बीजेपी (BJP) की ओर से आम आदमी पार्टी की ओर से मेयर के चुनाव को लेकर कोर्ट में जाने और फिर सुनवाई के दिन इसे वापस लिये जाने का मुद्दा उठाया जा सकता है।
पार्षदों के असंतोष का फायदा उठाने की कोशिश में BJP
सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से मेयर का चुनाव लगातार टल रहा है, उससे आप पार्षदों के बीच असंतोष बढ़ रहा है। बीजेपी इसी का फायदा मेयर और जोन के चुनाव में उठाने की कोशिश में है। बताया जा रहा है कि कुछ दूसरे मुद्दों को लेकर भी आम आदमी पार्टी के पार्षदों में अपने नेताओं के प्रति नाराजगी बढ़ रही है। ऐसे में एक बार फिर से मेयर का चुनाव टल जाता है तो आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
AAP संख्या बल में BJP पर भारी
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी (AAP)संख्या बल में बीजेपी (BJP) पर भारी पड़ रही है। मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए आप के पास कुल 151 वोट हैं। इनमें पार्टी के 135 निगम पार्षद, 13 विधायक और 3 राज्यसभा सांसद शामिल हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी के पास मेयर के चुनाव में 113 वोट हैं। इनमें पार्टी के 105 पार्षद, 1 विधायक और 7 लोकसभा सांसद शामिल हैं। ऐसे में संख्या बल में आम आदमी पार्टी के पास बीजेपी के मुकाबले 38 वोट ज्यादा हैं।
10 मनोनीत पार्षदों को वोटिंग पर खिंच सकती हैं तलवारें
सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी की ओर से 10 मनोनीत पार्षदों को वोटिंग का अधिकार दिये जाने पर दोनों दलों के बीच तलवारें खिंच सकती हैं। दिल्ली नगर निगम अधिनिAयम में मनोनीत पार्षदों को निगम के सदन की बैठक में मतदान का अधिकार नहीं है। यदि पीठासीन अधिकारी मेयर के चुनाव के लिए 10 मनोनीत पार्षदों को मतदान का अधिकार देने की घोषणा करती हैं तो मामला तूल पकड़ सकता है। ऐसे में मेयर का चुनाव एक बार फिर से टल सकता है। हालांकि यदि 10 मनोनीत पार्षद भी बीजेपी की ओर से मेयर के चुनाव में मतदान करते हैं तब भी बीजेपी बहुमत के आसपास तक नहीं पहुंच पायेगी और आप के पास फिर भी बीजेपी के मुकाबले 28 वोट ज्यादा होंगे।