विधानसभा चुनाव तक अध्यक्ष बने रहेंगे मनोज तिवारी!

-भूपेंद्र यादव ने लगाया पद से हटाने की अटकलों पर विराम
-कहा, तिवारी की अध्यक्षता में विधानसभा चुनाव में जीतेगी भाजपा
-पीएम मोदी के जन्म दिन पर आयोजित कार्यक्रम में हुई घोषणा

हीरेन्द्र सिंह राठौड़ / नई दिल्ली
दिल्ली प्रदेश भाजपा के उस गुट के नेताओं के लिए बड़े झटके की खबर है, जो मनोज तिवारी को अध्यक्ष पद से हटाने के सपने देख रहा है। मनोज तिवारी अपने पद पर दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने तक बने रहेंगे। तिवारी की अध्यक्षता में ही दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा। यह घोषणा मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने की। दरअसल दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस मौके पर उन्होंने मोदी सरकार-2.0 के पहले 100 दिन के कामों लेखा-जोखा भी पेश किया।
इस मौके पर भूपेंद्र यादव ने रमेश बिधूड़ी को उनके द्वारा क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों के लिए बधाई दी। इस कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी, सांसद गौतम गंभीर और राज्यसभा सांसद विजय गोयल मौजूद थे। इस मौके पर भूपेंद्र यादव ने रमेश बिधूड़ी को बधाई देने के पश्चात मनोज तिवारी को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनकी अध्यक्षता में 2020 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा जीत हासिल करेगी।
तिवारी विरोधियों को लगा झटका
दिल्ली प्रदेश भाजपा में अध्यक्ष मनोज तिवारी के विरोधियों को तगड़ा झटका लगा है। भूपेंद्र यादव के बयान के बाद उन्हें अपने मनसूबे पूरे होते नजर नहीं आ रहे। दरअसल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में एक गुट नहीं चाहता कि मनोज तिवारी ज्यादा दिन तक प्रदेश अध्यक्ष रहें। कारण है कि तिवारी अपने ‘खास समर्थकों’ के बीच घिरे रहने की वजह से पार्टी के दूसरे नेताओं को मान-सम्मान नहीं दे पाते हैं।
‘चौकड़ी’ की वजह से बढ़ रही कार्यकर्ताओं की नाराजगी
सूत्रों की मानें तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के प्रति दिल्ली भाजपा के नेताओं की नाराजगी इस बात को लेकर है कि वह कुछ गिने-चुने लोगों के बीच घिरे रहते हैं। पार्टी के पुराने नेताओं को महत्व नहीं दिया जा रहा। पिछले दिनों एक मंडल अध्यक्ष के साथ हुआ झगड़ा भी खूब चर्चित रहा था। मनोज तिवारी प्रदेश भाजपा कार्यालय में कम और अपने आवास पर ज्यादा समय देते रहे हैं।
संगठन में पार्टी विरोधियों की भरमार
मनोज तिवारी ने अध्यक्ष बनने के बाद से संगठन पर अपनी पकड़ बनाने के लिए ऐसे लोगों को भर लिया है जो अब तक भाजपा विरोधी रहे थे। प्रदेश भाजपा के मीडिया विभाग में भी ऐसे कई लोग महत्वपूर्ण पदों पर काबिज हैं। ऐसे ही अनुभवहीन और दूसरी पार्टियों से आए लोगों ने भाजपा के पुराने नेताओं के साथ मनोज तिवारी की दूरी बढ़ा दी है।
लंबे समय से चल रही थीं अटकलें
मनोज तिवारी को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की अटकलें लंबे समय से चली आ रही हैं। हालांकि ऐसा कभी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से कभी नहीं कहा गया। लेकिन प्रदेश नेतृत्व और दूसरे नेताओं के बीच की दूरियां साफ दिखाई देती रही हैं। दरअसल तिवारी विरोधी गुट के लोगों के अलावा संगठन के कई दूसरे माहत्वपूर्ण लोगों और प्रदेश भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ मनोज तिवारी की ठीक से नहीं बन पा रही है। इसका एक कारण उनके सलाहकारों को भी माना जा रहा है।