-नवरत्न अवार्ड के बहाने केजरीवाल की भाजपा के व्यापारी वोट बैंक में सेंध
-आप समर्थित व्यापारिक संगठन के कार्यक्रम में पहुंचे कट्टर भाजपाई नेता
-पार्टी नेताओं की खींचतान से निष्क्रिय हुआ भाजपा का व्यापार प्रकोष्ठ
-अवॉर्ड पाने की लाइन में खड़े नजर आए खुद को भाजपाई कहने वाले व्यापारी
हीरेन्द्र सिंह राठौड़ / नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भले ही अधिकारिक घोषणा नहीं हुई। लेकिन जैसे-जैसे समय नजदीक आ रहा है, वैसे ही राजधानी की सियासी आबोहवा गरमाती जा रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पहले ही मुफ्त बिजली-पानी व डीटीसी यात्रा के नाम पर भारतीय जनता पार्टी को बैकफुट पर खड़ा कर दिया है। डेंगू का मुद्दा छीनने के बाद आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने अब भाजपा समर्थक व्यापारी वोट बैंक में भी सेंध लगा दी है।
आम आदमी पार्टी समर्थित चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने रविवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया था। संख्या के लिहाज से कार्यक्रम भले ही औसत रहा लेकिन इसमें भाजपा समर्थक कट्टर व्यापारी नेता भी अवार्ड पाने के लिए लाइन लगाकर कतार में खड़े नजर आए। इनमें वह व्यापारी नेता भी शामिल रहे जो हर मिनट व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर अपना स्टेटस चेंज करते हुए पीएम मोदी और भाजपा के समर्थन में कसीदे पढ़ते नजर आते हैं। इस मौके को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी खूब भुनाया। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने केंद्र की मोदी सरकार पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि अभी बहुत ज्यादा मंदी का दौर है। आज भी मैं कई व्यापारियों से मिला हूं। वह कह रहे थे कि 30 से 40 फीसदी तक कारोबार डाउन हो गया है। मैं उम्मीद करता हूं कि जल्दी अर्थव्यवस्था सुधरेगी। व्यापारियों का व्यापार भी सुधरेगा। हम केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि जो भी कदम उठाने की जरूरत है, वो सभी कदम उठाएं।
व्यापारियों के प्रति संवेदनशील सरकार
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि व्यापारियों को लेकर हमारी सरकार हमेशा से बहुत संवेदनशील रही है। मैं खुद एक व्यापारी परिवार से आता हूं इसलिए व्यापारी की व्यथा, दर्द, समस्याओं को अच्छी तरह समझ सकता हूं। उसको मार्केट को भी देखना पड़ता है। हमने हमेशा व्यापारियों के हितों का ख्याल रखा है। अब तो जीएसटी लागू हो गया, लेकिन शुरू के दो साल में हमने कई सारे आइटम्स पर अपने आप वैट कम कर दिया था। हमने सारे आइटम्स पर वैट को 12.5 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी तक कर दिया था। इसके अलावा हमने दिल्ली में रेड राज खत्म कर दिया।
आप नेता हैं संगठन के अध्यक्ष
व्यापारियों में घटी भाजपा की लोकप्रियता
गठन के समय से ही भारतीय जनता पार्टी को व्यापारियों की पार्टी बताया जाता रहा है। लेकिन अब ऐसा नहीं है। राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर अब ऐसा कोई व्यापारिक संगठन नहीं बचा। जिसको लेकर यह दावा किया जा सके कि वह भाजपा समर्थक है और जिसकी व्यापारियों के बीच पूरी पैठ हो। दिल्ली में भाजपा समर्थक व्यापारी नेता पूरी तरह से हासिए पर आ गए हैं। कारण है कि केंद्र की मोदी सरकार और दिल्ली के भाजपा संगठन की ओर से यहां व्यापारियों की समस्याओं के लिए ऐसे कोई कदम ही नहीं उठाए गए। यही कारण है कि धीरे-धीरे भाजपा समर्थक व्यापारी नेता आम आदमी पार्टी की ओर जा रहे हैं।
निष्क्रिय हुआ भाजपा का व्यापार प्रकोष्ठ
केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद से ही दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का व्यापार प्रकोष्ठ निष्क्रिय होना शुरू हो गया था। केंद्र के आह्वान पर पिछले साढ़े पांच साल में व्यापारियों को लेकर पार्टी ने कुछ कार्यक्रम तो किए लेकिन उनमें व्यापारियों की कम और भाजपा कार्यकर्ताओं की संख्या ही ज्यादा रही। मनोज तिवारी के प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनने के बाद से तो व्यापार प्रकोष्ठ पूरी तरह से ही निष्क्रिय हो गया। पार्टी की ओर से ऐसा कोई भी कार्यक्रम नहीं हो सका, जिससे व्यापारियों में भाजपा की पैठ साबित हो सके।
सीलिंग को लेकर भाजपा के प्रति मोह भंग
दिल्ली में चले सीलिंग अभियान के साथ ही व्यापारियों और उद्यमियों का भाजपा के प्रति मोह भंग हो गया है। सीलिंग के मामले में प्रदेश भाजपा और मोदी सरकार ने दिल्ली के उद्यमियों को कोई सहयोग नहीं दिया। भाजपा नेताओं ने भाषण और प्रेस रिलीज तो जारी किए लेकिन जमीन पर जाकर व्यापारियों का साथ नहीं दिया। सीलिंग के खिलाफ व्यापारियों व उद्यमियों ने भाजपा से मांग की थी कि उन्हें कांग्रेस सरकार की तरह राहत दी जाए। लेकिन भजापा सरकार ने पूरी सख्ती बरती। यही कारण है कि दिल्ली के व्यापारियों के बीच से भाजपा का मोह भंग हो रहा है।