लॉकडाउन का उल्लंघनः 44 डीटीसी बस ड्राइवरों के खिलाफ एफआईआर

-प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से बाहर पलायन का मामला
-दिल्ली से लोगों को गजरौला तक छोड़कर आई डीटीसी बसें

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन किए जाने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से बाहर ले जाने के आरोप में 44 डीटीसी बस ड्राइवरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि पीएम मोदी के द्वारा लॉकडाउन का ऐलान करने के बाद नियमों का उल्लंघन कर भारी संख्या में मजदूरों का दिल्ली से दूसरों राज्यों में के लिए पलायन कराया गया है।
एफआईआर के अनुसार 44 डीटीसी और क्लस्टर बसों पर जरूरी सेवाओं का स्टिकर लगाया गया था। इन बसों को पुलिस ने विकास मार्ग पर जांच के लिए रोका गया था। इन बसों में प्रवासी मजदूर सवार मिले थे। इन बसों में यात्रा कर रहे प्रवासी मजदूरों ने पुलिस को बताया था कि वह आगे जाने के लिए बस पकड़ने आनंद विहार बस अड्डा जा रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान 29 मार्च को प्रवासी मजदूरों को बसों में बैठाने के मामले में ये एफआईआर दर्ज की गई हैं। यह एफआईआर शकरपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। अधिकारियों के मुताबिक डिस्जास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत सभी ड्राईवरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं।
दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी ने बताया कि 29 मार्च को डीटीसी बसों में प्रवासी मजदूरों को ले जाने के आरोप में बस ड्राइवर, कंडक्टर और दिल्ली इंट्रीग्रेटेड मल्टी मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डीआईआईएमटीएस) के प्रमुख सीके गोयल सहित अन्य सरकारी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर में कहा गया है कि जब पुलिस ने इन बसों के ड्राइवर से पूछा था कि बिना टिकट इन लोगों को क्यों ले जाया जा रहा है, तो ड्राइवरों ने ऊपर से आदेश का हवाला दिया था।
गौरतलब है कि दिल्ली से मदजूरों के पलायन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच गंभीर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर चल चुका है। लॉकडाउन के दौरान हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर दिल्ली से पैदल ही अपने घरों के लिए निकल पड़े थे। इसके बाद दिल्ली से डीटीसी बसों में भरकर मजदूरों को पहले आनंद विहार और फिर गाजियाबाद के लाल कुआं, हापुड़ और गजरौला सहित कई अन्य जगहों पर पहुंचाया गया था। अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली के बदरपुर, वसंत विहार, हरीनगर, आनंद पर्वत, उत्तम नगर, मंगोलपुरी, मुनीरका, नागलोई, मुंडका, बवाना और पंजाबी बाग सहित अलग-अलग इलाकों से प्रवासी श्रमिकों को यह ड्राइवर डीटीसी और क्लस्टर बसों में भरकर ले गए थे।