गुरु का राशि परिवर्तन… कर्क के साथ जानें किसकी चमकेगी किस्मत

-91 दिन के लिए गुरू का मकर में प्रवेश, जानें कौनसी राशि पर होगा क्या प्रभाव
          आचार्य रामगोपाल शुक्ल

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
देवगुरु बृहस्पति ने 30 मार्च 2020 यानी सोमवार को अपनी धनु राशि से नीच की मकर राशि में प्रवेश कर लिया है। गुरु अब पूरे 91 दिन यानी 30 जून 2020 सुबह 3 बजकर 07 मिनट तक मकर राशि में रहेंगे। यह नीच राशि भंग योग बन रहा है। गुरू की मंगल और शनि के साथ कदमताल के चलते बृहस्पति बहुत सी राशियों के जातकों को बेहद शुभ फल देने वाले हैं। आचार्य रामगोपाल शुक्ल बताते हैं कि यह समय आपके जीवन में बहुत प्रभावशाली रहेगा। मकर राशि में मंगल व शनि की युति चल रही है। गुरु की दृष्टि अमृत दृष्टि मानी जाती है। 14 मई को देवगुरु बृहस्पति 122 दिन के लिए अपनी वक्री चाल चलेंगे। आप भी जानें कि गुरु का राशि परिवर्तन आपके लिए क्या लेकर आया है। आचार्य रामगोपाल शुक्ल के मुताबिक गुरू का यह राशि परिवर्तन 12 साल बाद मकर राशि में प्रवेश के साथ हो रहा है। इसके साथ ही बीते चार महीनों से चला आ रहा गुरु-केतु का योग खत्‍म हो गया है। गुरू-केतु के इस योग के चलते ही देश में महामारी और हिंसक वारदातों जैसे घटनाएं हुई हैं। इसके चलते ही समस्त विश्व को कोरोना जैसी महामारी का सामना करना पड़ा है। गुरु ग्रह बृहस्पति को ज्ञान और सत्कर्म का कारक माना जाता है। बृहस्पति ने 30 मार्च से राशि परिवर्तन किया है और गुरु 30 जून 2020 तक मकर राशि में बने रहेंगे।
देवगुरू की इस चाल का सकारात्मक असर शुरू हो गया है। आने वाले एक से डेढ़ महीने में और ज्यादा सकारात्मक असर दिखाई देगा। गुरु का राशिपरिवर्तन कुछ राशियों के लिए मालामाल करने वाला साबित होगा। दूसरी ओर कुछ राशियों के लिए यह समय चुनौतियों वाला साबित होने वाला है। आप भी जानें देवगुरू बृहस्पति की इस चाल का विभिन्न राशियों पर क्या असर होगाः-
मेष राशिः
इस समय के दौरान आपके निर्णय बहुत सटीक बैठेंगे। कुछ लोगों के लिए व्यवसाय या नौकरी में बदलाव का समय आ रहा है। किसी नए पद पर आपको नई जिम्मेदारियां मिलेंगी। घर के दृष्टिकोण से भी 91 दिन का यह समय आपके लिए बहुत शुभ रहेगा। पिता के स्वास्थ्य को लेकर चल रही चिंताएं भी दूर होंगी। धन की कमी दूर होगी। स्वास्थ्य से जुड़ी डायबिटीज़ या थायराइड की समस्या थोड़ी बढ़ सकती है। अतः सेहत का खयाल रखें। 4 मई तक उतार चढ़ाव का समय बना रहेगा। अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें और आवेश में नहीं आएं।
वृष राशिः
देवगुरु बृहस्पति आपके जीवन में नए और ख़ूबसूरत बदलाव लेकर आए हैं। संतान से जुड़ी सभी चिंताएं दूर होंगी। आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी और मित्रता प्रगाढ़ होगी। वाहन से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी। पारिवारिक क्लेश खत्म होंगे और आपसी संबंधों में दूरियां समाप्त होंगी।
मिथुन राशिः
बृहस्पति आपके लिए धन के मोर्चे पर हर तरह से आर्थिक लाभ के अवसर लेकर आए हैं। वाणी में मिठास के साथ संबंधों मं सुधार आएगा। आपकी घर से जुड़ी सभी समस्याएं दूर होंगी। 4 मई के बाद आपकी आध्यात्म की ओर विशेष तौर पर रुचि बढ़ेगी। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। बहुत से जातकों के विदेश से जुड़े काम पूरे होने लगेंगे। माता को स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो उसमें आराम मिलेगा।
कर्क राशिः
देवगुरू बृहस्पति आपके जीवन के लिए सबसे लाभकारी समय लेकर आए हैं। जीवनसाथी के साथ संबंधों में सुधार आएगा। आप अपने आपको बहुत सहज स्वरूप में ढाल पाएंगे। मई के बाद आपका क्रोध कम होगा। आर्थिक लाभ मिलेगा। परिवारजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। आप अपने आपको सम्मानित महसूस करेंगे। यदि आप भविष्य के लिए पार्टनरशिप में कोई व्यापार या कारोबार करना चाहते हैं तो लाभकारी रहेगा।
सिंह राशिः
देवगुरु बृहस्पति की यह चाल स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से लाभकारी साबित होगी। लेकिन कोई पुराना कर्ज़ और मर्ज़ आपको परेशान कर सकता है। यह समय आपके लिए आर्थिक तौर पर बहुत ज्यादा लाभकारी नहीं रहेगा। आपको जितना लाभ मिलेगा इतना ही खर्च भी होगा। हालांकि आर्थिक नुक़सान बहुत ज़्यादा नहीं हैं। कई लोग नये स्थान, नई नौकरी या नए व्यवसाय से जुड़ेंगे। पिता के साथ संबंध बहुत घनिष्ठ होंगे।
कन्या राशिः
देवगुरु बृहस्पति का स्थान परिवत्रन आपके लिए लाभकारी साबित होगा। आर्थिक लाभ की स्थिति बनेगी, परिवार के वरिष्ठ जनों का सहयोग मिलेगा। संतान और परिवार से जुड़ी समस्याओं में कमी आएगी। जीवनसाथी के साथ संबंधों में सुधार होगा। अच्छा महसूस करेंगे। बहुत से जातकों के सुख-सुविधाओं में चली आ रही कमी पूरी होगी। रिश्तों में मधुरता आएगी विवाह से जुड़ी समस्या दूर होगी।
तुला राशिः
घर की साजसज्जा से जुड़े काम पूरे होंगे। घर और परिवार के लिए बहुत अच्छे निर्णय ले पाएंगे। यह समय आपका बहुत ख़ास रहेगा। अपने काम के प्रति आपका जुड़ाव बढ़ेगा। कई लोगों को कार्यक्षेत्र में पदोन्नति मिलेगी। आप में से कई लोग एक सफल निर्णायक के तौर पर साबित होंगे।किसी नए काम या नए बिज़नेस में निवेश नहीं करें नहीं तो आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
वृश्चिक राशिः
देवगुरू बृहस्पति की कृपा से आपके लिए समय बहुत लाभकारी रहने वाला है। आप अपने आपको सम्मानजनक स्थिति में महसूस करेंगे। आध्यात्मिक तौर पर सफलता मिलेगी। लोगों के साथ संबंधों में बहुत मिठास महसूस होगी। आपमें निर्णय लेने की क्षमता की बढ़ोती होगी और समाज में सम्मान प्राप्त होगा। आर्थिक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। आपके माध्यम से आपके जीवनसाथी को भी धन लाभ होगा।
धनु राशिः
इस समय में आपको अपने निर्णयों पर विशेष ध्यान रखना होगा। किसी भी प्रकार का आकस्मिक निर्णय नहीं लें। धन लाभ होगा और रुका हुआ पैसा वापस आएगा, पैतृक संपत्ति से लाभ मिलेगा। पुराने रोग का विशेष ध्यान रखें, स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कई जातकों को कार्यक्षेत्र में पदोन्नति प्राप्त होगी। ज्ञात रहे कि 4 मई के बाद धन लाभ में थोड़ी कमी आ सकती है।
मकर राशिः
बृहस्पति आपके लिए बेहद लाभकारी समय लेकर आए हैं। क्रोध, अनिर्णय, निर्णय लेने की क्षमता गड़बड़ाने और पार्टनर से दूरी बढने के मामलों में यह समय आपके लिए बेहद लाभकारी रहेगा।़ आपकी सभी समस्याएं दूर होंगी। शिक्षा और संतान से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी। आध्यात्मिक चीज़ों की तरफ़ रूझान बढ़ेगा। पार्टनरशिप में यदि कोई नुकसान चल रहा था तो अब यह लाभ में बदलेगा। बिगड़े हुए संबंधों को सुधारने के लिए अच्छा समय है।
कुम्भ राशिः
देवगुरु का राशि परिवर्तन आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। कोई नया निवेश नहीं करें। अपने व्यापार या किसी काम में नुकसान उठाना पड़ सकता है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपके ख़र्चे बढ़ सकते हैं। यदि आपने किसी मल्टीनेशनल कंपनी में निवेश किया है या वहां आप कार्यरत हैं तो कुछ समय के लिए आप अपने स्थान से दूर हो सकते हैं। आपको अपने घर को सजाने और संवारने का मौका मिलेगा। आध्यात्मिक क्षेत्र में आपको बढ़ने का मौका मिलेगा।
मीन राशिः
यह समय आपको जीवन की गहराइयों को समझने का मौका देगा। आर्थिक लाभ के क्षेत्र में मेहनत करनी होगी। हालांकि आपको धन से जुड़ी तमाम समस्याओं में आराम मिलेगा। लोगों के साथ संबंधों में सुधार आएगा। शिक्षा से जुड़ी लंबे समय से चली आ रही कोई समस्या दूर होगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। किसी गुरु का आशीर्वाद मिलेगा और मित्रों का सहयोग मिलेगा।