मेयर की तरह स्टेंडिंग कमेटी पर भी होगा AAP का कब्जा… 12 जोन में से आधी दिल्ली पर राज करेगी BJP

-10 एल्डरमैन पार्षदों के चलते 4 से बढ़कर 6 जोन तक पहुंच सकतीं है बीजेपी

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 17, दिसंबर, 2022।
दिल्ली के मेयर के चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। एक ओर इसकी तैयारियां चल रही हैं, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नताओं ने अपने अपने हिसाब से ताना बाना बुनना शुरू कर दिया है, ताकि स्टेंडिंग कमेटी और ज्यादा से ज्यादा जोन पर कब्जा किया जा सके। फिलहाल मेयर व डिप्टी मेयर के पदों के बाद स्टेंडिंग कमेटी पर भी आम आदमी पार्टी का ही कब्जा होता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि अभी स्टेंडिंग कमेटी के लिए चुनाव होने में थोड़ा समय लगेगा।
आम आदमी पार्टी (AAP) के पास 134 पार्षद हैं तो भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पास अभी 104 निगम पार्षद हैं। खास बात है कि बीजेपी के दो बागी भी चुनाव जीत गये हैं। जोन (वार्ड समिति) के चुनाव में सांसदों व विधायकों को वोट डालने का अधिकार नहीं है, बल्कि एल्डरमैन पार्षदों को वार्ड समिति के चुनाव में वोट डालने का अधिकार होता है। इसकी वजह से 12 वार्ड समितियों में से 6 वार्ड समितियों पर बीजेपी का कब्जा होना तय माना जा रहा है।
स्टेंडिंग कमेटी में होते हैं 18 सदस्य
दिल्ली नगर निगम की स्टेंडिंग कमेटी में कुल 18 सदस्य होते हैं। इनमें से 6 सदस्यों का चुनाव सीधे सदन में से होता है, जबकि 12 सदस्यों का चुनाव हर वार्ड समिति से एक यानी कि प्रत्येक जोन से 1 सदस्य का चुनाव किया जाता है। सदन से चुने जाने वाले सदस्यों का औसत 42 बैठता है। क्योंकि 250 पार्षदों में से कुल 6 पार्षद चुने जाने हैं। प्रत्येक 42 सदस्यों की प्राथमिकता के आधार पर 1 सदस्य का चुनाव होता है। ऐसे में बीजेपी (BJP) के पास सदन से 2 सदस्यों को चुनकर स्थायी समिति में भेजने का अधिकार है। जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) 3 सदस्यों को सीधे और 1 सदस्य को थोड़ी जोड़-तोड़ के साथ चुनकर भेज सकती है। इसके अनुसार हाउस से बीजेपी (BJP) के दो और आप के 4 सदस्य चुनकर स्टेंडिंग कमेटी में आयेंगे।
इसी तरह 12 जोन में से फिलहाल 4 जोन में बीजेपी (BJP) का बहुमत है और 2 और जोन में एल्डमैन पार्षदों के जरिये बहुमत हासिल किया जा सकता है। ऐसे में 6 जोन से 6 पार्षद बीजेपी और 6 जोन से 6 पार्षदों को आप चुनवा कर स्टेंडिंग कमेटी में भेज सकती है। ऐसे में स्टेंडिंग कमेटी में आप (AAP) के 10 और बीजेपी (BJP) के 8 सदस्य रहेंगे। यदि इनमें से कोई क्रॉस वोटिंग नहीं करता है तो सीधे तौर पर स्टेंडिंग कमेटी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर पांचों साल आम आदमी पार्टी का ही कब्जा रहेगा। हालांकि हर वर्ष स्टेंडिंग कमेटी के चुनाव में संघर्ष बना रहेगा।
दो जोन के लिए 10 पार्षद नॉमिनेट करके बहुमत पा सकती है बीजेपी
नई व्यवस्था के मुताबिक नगर निगम के लिए इस बार दिल्ली सरकार के बजाय 10 एल्डरमैन पार्षदों का मनोनयन एडमिनिस्ट्रेटर यानी कि उपराज्यपाल के द्वारा किया जाना है। ऐसे में सेन्ट्रल जोन, सिविल लाइंस जोन और नरेला जोन ऐसे हैं, जहां किन्हीं दो जोन में अपने निगम पार्षदों को मनोनीत करवाकर बीजेपी (BJP) अपना कब्जा जमा सकती है।
सेंट्रल जोनः
इस जोन में कुल 25 निगम पार्षद आते हैं। इनमें से फिलहाल 13 सीटों पर आप का कब्जा है और 10 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। 2 सीट कांग्रेस के खाते में गई हैं। इस जोन के लिए यदि बीजेपी अपने 6 सदस्यों को एल्डरमैन मनोनीत करवा देती है तो उसका आंकड़ा 16 हो जायेगा। जो कि आप के 13 और कांग्रेस के 2 यानी 15 सदस्यों से ज्यादा हो जाता है। इस तरह से आसानी से सेंट्रल जोन पर बीजेपी का कब्जा हो सकता है।
नरेला जोनः
नरेला जोन की स्थिति भी कुछ हद तक सेंट्रल जोन जैसी हैं यहां कुल 16 में से आम आदमी पार्टी (AAP) 10 सीटों पर जीती है। बीजेपी के पास यहां 5 सीट हैं और 1 सीट पर बीजेपी के बागी गजेंद्र दराल ने जीत हासिल की है। यदि इस जोन से बीजेपी अपने 6 सदस्यों को एल्डरमैन मनोनीत करवा लेती है तो इस जोन पर भी पार्टी का कब्जा हो सकता है। हालांकि बीजेपी के लिए नरेला जोन से ज्यादा सुरक्षित सेंट्रल जोन ही रहेगा।
सिविल लाइंस जोनः
बीजेपी के लिए एल्डरमैन मनोनीत कराने के मामले में सबसे ज्यादा सुरक्षित सिविल लाइंस जोन नजर आ रहा है। इस जोन की 15 सीटों में से 9 पर आप का कब्जा है और बीजेपी के खाते में 6 सीट आई हैं। 10 में से बची 4 एल्डरमैन सदस्यों को सिविल लाइंस जोन से मनोनीत करवाकर भेज दिया जाता है तो बीजेपी सिविल लाइंस जोन पर अपना कब्जा जमा सकती है।
4 जोन में पहले ही बहुमत में बीजेपी
बीजेपी शाहदरा उत्तर, शाहदरा दक्षिण, केशव पुरम और नजफगढ़ जैसे 4 जोन में पहले से बहुमत में है। शाहदरा उत्तरी क्षेत्र में 35 में से 18, शाहदरा दक्षिणी क्षेत्र में 26 में से 17, नजफगढ़ क्षेत्र में 22 में से 13 और केशवपुरम जोन में 15 में से 13 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। अतः इन चारों जोन में बीजेपी के लिए कोई मुश्किल होती नजर नहीं आ रही है।
5 जोन में आप को स्पष्ट बहुमत
दिल्ली के 12 में से 5 जोन में आम आदमी पार्टी (AAP) को स्पष्ट बहुमत प्राप्त है। इन जोन में बीजेपी किसी भी जुगाड़ के जरिये बढ़त हासिल करने में सक्षम नहीं है। साउथ जोन की 23 में से 17, वैस्ट जोन की 25 में से 20, रोहिणी जोन की 23 में से 14, सिटी सदर पहाड़गंज जोन की 12 में से 10, करोलबाग जोन की 13 में 11 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की है। अतः इन सभी जोन पर आप की ही कब्जा रहेगा।