फुस्स हुई लालू की लालटेन… नजर ही नहीं आए तेजस्वी के फैन

-दो सीट पर 500 वोट भी हासिल नहीं कर पाए आरजेडी उम्मीदवार
-चार में से केवल एक उम्मीदवार ही जा पाया 2 हजार के पार
-आरजेडी के साथ समझौते ने कराई चुनाव में कांग्रेस की किरकिरी

शक्ति सिंह/ नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नए प्रयोग के तौर पर कांग्रेस का राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ मिलाना उसे और भी भारी पड़ा। दिल्ली में आकर लालू की लालटेन फुस्स हो गई। पार्टी के मुखिया तेजस्वी यादव का तेज आरजेडी के एक भी उम्मीदवार के चेहरे पर दिखाई नहीं दिया। आरजेडी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मिट्टी खराब करवा दी। बीजेपी ही नहीं दिल्ली में कांग्रेस का भी पूर्वांचल कार्ड पूरी तरह से ध्वस्त हो गया।
इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने आरजेडी के सहारे सियासी समंदर पार करने की कोशिश की थी। समझौते के तहत कांग्रेस ने बुराड़ी, किराड़ी, उत्तम नगर ओर पालम सीटें दी थीं। दावा किया गया था कि यह चारों सीट पूर्वांचल बहुल मतदाताओं वाली सीटें हैं। अतः इन सीटों पर आरजेडी उम्मीदवार कुछ दम दिखा सकते हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के सामने न लालू की लालटेन चली और नाही तेजस्वी का तेज। यहां तक कि आरजेडी के चार में से दो उम्मीदवार तो 500 वोट भी हासिल नहीं कर पाए।
बुराड़ी
बुराड़ी सीट से आरजेडी ने प्रमोद त्यागी को मैदान में उतारा था। खास बात है कि महज प्रमोद त्यागी ही 2278 वोट लेकर दो हजार के आंकड़े को पार कर पाए। हालांकि प्रमोद त्यागी की जमानत फिर भी जब्त हो गई। उन्हें केवल 1.02 फीसदी वोट ही हासिल कर पाए। जबकि करीब उनके बराबर ही बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार गंगाराम ने 1869 वोट हासिल कर लिए। इस सीट पर आप के संजीव झा ने 1 लाख, 39 हजार 598 वोट हासिल करके जीत दर्ज कराई। जेडीयू के शैलेंद्र कुमार ने 51 हजार 440 वोट हासिल किए हैं। आप को इस सीट पर 62.81 फीसदी और बीजेपी-जेडीयू को 23.14 फीसदी वोट ही मिल पाए।
किराड़ी
पूर्वांचली मतदाताओं वाली किराड़ी सीट पर आरजेडी ने रियाजुद्दीन को उतारा था। लेकिन उनका रिकॉर्ड बेहद खराब रहा। रियाजुद्दीन को 0.15 फीसदी के हिसाब से केवल 256 वोट ही हासिल हुए। जबकि बीएसपी उम्मीदवार रबिंद्र सिंह 1557 और निर्दलीय कौशल मिश्रा ने रियाजुद्दीन से कई गुना ज्यादा यानी 1830 वोट हासिल किए। यह सीट आप के रितुराज ने 86 हजार 312 वोट हासिल करते हुए बीजेपी के 80 हजार 658 वोट हासिल करने वाले अनिल झा का हराया। आप को इस सीट पर 49.77 फीसदी और बीजेपी को 46.51 फीसदी वोट डाले गए।
उत्तम नगर
उत्तम नगर सीट से आरजेडी ने शक्ति बिश्नोई को चुनाव मैदान में उतारा था। लेकिन वह केवल 0.21 फीसदी के हिसाब से महज 377 वोट ही हासिल कर पाए। उनसे ज्यादा तो बीएसपी के दीपक राजपूत ने 878 और प्राउटिस्ट ब्लॉक के गंगाराम ने 499 वोट हासिल किए। यानी आरजेडी उम्मीदवार साधारण उम्मीदवार के बराबर वोट भी हासिल नहीं कर पाए। आप के नरेश बाल्यान ने 99 हजार 662 वोट हासिल कर 79 हजार 863 वोट हासिल करने वाले बीजेपी के कृष्ण गहलोत को हराया है। आप को यहां 54.57 फीसदी और बीजेपी को 43.75 फीसदी वोट हासिल हुए।
पालम
पालम सीट पर भी आरजेडी कुछ नहीं कर पाई। इस सीट पर आरजेडी के निर्मल सिंह केवल 552 वोट ही हासिल कर पाए। आश्चर्य की बात है कि इस सीट पर भी आरजेडी उम्मीदवार से ज्यादा वोट तो बीएसपी की उम्मीदवार गीता ने हासिल किए। एकतरफा चुनाव में भी गीता को 0.5 फीसदी के हिसाब से 786 वोट मिले। बीजेपी उम्मीदवार विजय पंडित को 60 हजार 10 वोट मिले, वहीं आप की भावना गौर ने 92 हजार 775 वोट हासिल करते हुए फिर से जीत दर्ज कराई। आप को यहां 59.15 फीसदी और बीजेपी को 38.26 फीसदी वोट हासिल हुए।