अन्नदाता का बहाना – मोदी सरकार पर निशाना

किसानों के बहाने से राहुल-केजरीवाल ने साधा पीएम मोदी पर निशाना

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
किसानों की मांग को लेकर विभिन्न राज्यों से आए किसान रामलीला मैदान में जमा हुए, वहीं अन्नदाता की हालत सुधारने के नाम पर ज्यादातर विपक्षी दलों के नेता भी मोदी सरकार के खिलाफ एक बार फिर एक मंच पर इकट्ठे हो गए। किसानों की मांगों को लेकर शनिवार को निकाले गए मार्च में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, लोकतांत्रिक जनता दल के मुखिया शरद पवार सहित 21 विपक्षीय दलों के नेता शामिल हुए।

पूर्ण कर्ज माफी की मांग
पूर्ण कर्जमाफी की मांग को लेकर दिल्‍ली की सड़कों पर उतरे किसानों को सभी विपक्षी दलों का समर्थन मिला है। नाराज किसान कर्ज माफी और न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य में बढ़ोतरी को लेकर रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए हैं। वहीं अन्‍नदाता के बहाने एक बार फिर विपक्षी दलों ने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की है। शुक्रवार को दोपहर बाद रामलीला मैदान में कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी पहुंचे और उन्होंने मोदी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि देश का किसान सरकार से कोई तोहफा कोई फ्री गिफ्ट नहीं मांग रहा। बल्कि अपना हक मांग रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खोखले वादे कर रहे हैं सरकार बदलनी पड़े तो बदलिए, पीएम बदलना पड़े तो बदलिए. अब किसान खुद का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।

नहीं दिखे अखिलेश, मायावती, ममता और तेजस्वी
माना जा रहा है कि अन्नदाता की मांगों को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव का रिहर्सल किया है। इसी बहाने विपक्षी दलों के इन नेताओं ने अपनी एकजुटता दिखाने की कोशिश की है। हालांकि इस शक्ति प्रदर्शन में बिहार की आरजेडी के तेजस्वी यादव, उत्तर प्रदेश की सपा से अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती शामिल नहीं हुए। तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी भी इस किसान आंदोलन में शामिल नहीं हुईं।

पांच महीने बाकी
किसानों की मांगों का समर्थन करने रामलीला मैदान पहुंचे दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी पांच महीने बाकी हैं। मैं मांग करता हूं कि केंद्र सरकार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करे। नहीं तो साल 2019 में आप किसानों का गुस्‍सा नहीं झेल पाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से कहना चाहता हूं कि वह जल्‍द से जल्‍द किसानों की सभी मांगों को पूरा किया जाए।

वामपंथी दलों का किसानों को समर्थन
अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए किसानों को वामपंथी दलों का भी समर्थन प्राप्त है। सीपीआई (एम) के मुखिया सीताराम येचुरी ने किसान मार्च को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। येचुरी ने कहा कि बीजेपी, मोदी और आरएसएस के पास सिर्फ राम मंदिर का मुद्दा है। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, उन्होंने ’राम-राम’ चिल्लाना शुरू कर दिया है।

अनिश्चितकालीन है आंदोलन
अभी यह निश्चित नहीं है कि किसानों का दिल्ली में यह कर्ज माफी और न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन कब तक चलेगा। संसद के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले शुक्रवार को हजारों किसानों ने बड़ी रैली का आयोजन किया। ’किसान मुक्ति मार्च’ के बैनर तले हजारों किसानों का मार्च रामलीला मैदान से शुरू हुआ और दिल्ली पुलिस ने उन्हें संसद भवन की ओर जाने से रोक दिया. संसद मार्ग पर रोक लिया। बताया जा रहा है कि विपक्षी दलों के फंड से रामलीला मैदान में किसानों के आंदोलन का यह आयोजन किया गया है।