दंगों की साजिश में जामिया की छात्रा गिरफ्तार

-जाफराबाद पुलिस ने जामिया की सफूरा जरगर को अरेस्ट गिया
-महिलाओं को भड़काकर दंगों की साजिश रचने का आरोप

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
कोरोना महामारी की वजह से पुलिस की व्यस्तता के चलते उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की जांच की रफ्तार में थोड़ी कमी आई है। फिर भी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले में नए-नए खुलासे कर रही है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुए दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जामिया यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट और जामिया को-ऑर्डिनेशन कमिटी की मीडिया प्रभारी सफूरा जरगर को गिरफ्तार किया है।
फरवरी महीने के आखिरी सप्ताह में भड़के दंगों की जांच कर रही जाफराबाद थाना पुलिस ने शनिवार को यह गिरफ्तारी की। आरोप है कि 22 फरवरी की रात सफूरा ने ही सीलमपुर थाना इलाके में धरने पर बैठी महिलाओं को जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे बिठाया और दंगे की साजिश रची थी। सफूरा जरगर को पूछताछ के बाद शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस के एक आला अधिकारी ने ने बताया कि सीलमपुर थाना क्षेत्र के मेन रोड पर सीएए के विरोध में महिलाओं का धरना चल रहा था। सफूरा जरगर इन महिलाओं को भड़काकर जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे लेकर पहुंच गई थी।
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे सभी महिलाओं को सड़क पर बैठाकर दंगे की साजिश रची गई थी। इसकी वजह से उत्तर-पूर्वी जिले में दंगा भड़का और इसमें करीब पांच दर्जन लोगों की जान गई थी। सफूरा जरगर जामिया इलाके में सीएए विरोधी आंदोलनों का भी हिस्सा रही है। दिल्ली पुलिस के जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने बताया ने बताया कि पुलिस ने जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीडियो कोऑर्डिनेटर सफूरा जरगर को गिरफ्तार किया है। जरगर पर दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले के जाफराबाद में सीएए विरोधी प्रदर्शन आयोजित करने का आरोप है।