-चुनावी मोड में केजरीवाल सरकार, धड़ाधड़ लिए जा रहे फैसले
-हर विधानसभा क्षेत्र में 100 हॉट स्पॉट लगाने को मंजूरी
-लगाए जाएंगे 1 लाख 40 हजार अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे
टीम एटूजैड/नई दिल्ली
दिल्ली की केजरीवाल सरकार चुनावी मोड में आ गई है। आम आदमी पार्टी सरकार अब चुनाव में किए गए वादों को पूरा करने में जोर-शोर से जुटी हुई है। 8 गुरूवार अगस्त को हुई मंत्रीमंडल की बैठक में केजरीवाल सरकार ने कई अहम फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कैबिनेट ने दिल्ली में 11हजार फ्री वाई-फाई हॉट स्पॉट बनाने को मंजूरी दे दी है। ये दुनिया में किसी भी सरकार द्वारा मुफ्त वाई-फाई हॉट स्पॉट जनता को प्रदान करने की सबसे बड़ी पहल है।
प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में फ्री वाई-फाई देने के लिए कैबिनेट ने प्रस्ताव पारित किया है। इसके तहत पूरी दिल्ली में 11 हजार हॉट स्पॉट लगाये जाएंगे। इस तरह से फ्री वाई-फाई देने का काम एक तरह से शुरू हुआ है। इनमें से 4 हजार हॉट स्पॉट, दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर बस स्टॉप पर लगाये जाएंगे। इसके अलावा 7 हजार हॉट स्पॉट दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों में लगाये जाएंगे। इस तरह हर विधानसभा क्षेत्र में 100 हॉट स्पॉट लगाये जाएंगे।
वाई फाई का पहला चरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहला चरण है। पहली बार इतने बड़े स्तर पर फ्री वाई-फाई की सुविधा दी जा रही है। एक बार पहला चरण पूरा हो जाने पर उनसे लर्निंग और एक्सपीरियंस के आधार पर जितनी भी जरूरत पड़ेगी, उतने हॉट स्पॉट हम लोग अगले चरण में लगाएंगे। ये हमारा बड़ा चुनावी वादा था, और मुझे खुशी है कि हमने उसे भी पूरा किया।
चार माह का समय और 15 जीबी डाटा
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि इन सभी स्थानों पर वाई फाई चालू होने में तीन-चार महीने का समय लगेगा। हॉट स्पॉट जैसे-जैसे लगते जाएंगे वहां ये लाइव होते जाएंगे। ये ओपेक्स मॉडल है, जिसे सर्विस मॉडल भी कहा जाता है। इसमें सारे इन्वेस्टमेंट वेंडर करेगा। सरकार उसको प्रति हॉट स्पॉट, प्रति महीने के हिसाब से पेमेंट करेगी। इस पर सरकार करीब सालाना 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी। हॉट स्पॉट के 50 मीटर के रेंज में जितने लोग होंगे वो वाई-फाई का इस्तेमाल कर पाएंगे। इसकी स्पीड 200 एमबीपीएस होगी। हर यूजर, हर महीने 15 जीबी तक का डाटा फ्री में इस्तेमाल कर पाएगा।
लगेंगे 2 लाख 80 हजार सीसीटीवी कैमरे
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पूरी दिल्ली में सीसीटीवी लगने चालू हुए हैं। अभी तक 1 लाख 40 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाने की मंजूरी दी गई थी। पूरी दिल्ली में 1 लाख 40 हजार सीसीटीवी कैमरे लग रहे हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में दो-दो हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। हर तरफ से लोगों की डिमांड है कि अभी हम जो 1 लाख 40 हजार कैमरे लगवा रहे हैं, ये बहुत कम पड़ेंगे। इसलिए कैबिनेट ने निर्णय लिया है कि दिल्ली के कोने-कोने में 1 लाख 40 हजार सीसीटीवी कैमरे और लगाये जाएंगे। इसका टेंडर वगैरह होने के बाद तीन से चार महीने के अंदर इन 1 लाख 40 हजार कैमरों के लगने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। हर विधानसभा में लगभग 4 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है।
बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाने वाला पहला शहर
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने एक ट्वीट के जरिए दावा किया है कि दिल्ली दुनिया का पहला शहर है जहां सरकार एक बार में एक साथ करीब 3 लाख सीसीटीवी कैमरे लगा रही है। दिल्ली सरकार शहर में महिलाओं की सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए यह काम कर रही है। दुनिया में ऐसे शहर हैं जहां दिल्ली से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे हो सकते हैं, लेकिन एक बार में इतनी बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगवाने वाला दिल्ली पहला शहर है।