गणेश विसर्जनः लेंडफिल साइट पर लगा मूर्तियों का ढेर

-कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने उठाए केजरीवाल सरकार पर सवाल
-कहा, लेंडफिल साइट पर डंप करने के लिए भाजपा भी बराबर की जिम्मेदार
भलस्वा लेंडफिल साइट पर गंदगी में लगे मूर्तियों के ढेर

टीम एटूजेड/नई दिल्ली
राजधानी में गणेश उत्सव तो संपन्न हो गया लेकिन अपने पीछे एक विवाद छोड़ गया। मुर्ति विसर्जन के कारण दिल्ली की भलस्वा सहित कई लेंडफिल साइट्स पर मूर्तियों के ढेर लग गए। पूजा-अर्चना के बाद जिस तरह से गणेश प्रतिमाओं का अनादर देखने को मिला, उसके बाद से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या इसीलिए इतना बड़ा महोत्सव मनाया जाता है।

लेंडफिल साइट से उठाकर किया गया मूर्तियों का विसर्जन

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने भाजपा शासित नगर निगमों और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार को घर-घर से लाई गई भगवान गणेश की मूर्तियों को कूड़ेदान की तरह भलस्वा लैंडशिल साइट में डंप करने के लिए आलोचना की है। उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियों ने लाखों लोगों की धार्मिक भावनाओं को गहरी चोट पहुंचाई है।
देवेंद्र यादव के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भलस्वा लैंडफिल साइट से भगवान गणेश की प्रतिमाओं को एकत्र किया और उन्हें बादली रोड, बुराड़ी रोड़ के छठ घाट पर विसर्जित किया। देवेंद्र यादव ने कहा कि प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण ही धार्मिक भावनाओं का ऐसा निरादर हुआ है कि भलस्वा लैंडफिल साइट पर भगवान गणेश की प्रतिमाओं को डंप किया गया। उन्होंने कहा कि भलस्वा एकमात्र लैंडफिल नहीं था जहां भगवान गणेश की मूर्तियों को डंप किया गया, बल्कि दिल्ली के ऐसे कई लैंडफिल स्थल है जहां भगवान गणेश की मूर्तियों को ट्रक में लोड होते हुऐ भी देखा गया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही चौंकाने वाला मामला है जिससे भक्तों के मन को गहरा आघात पहुंचा हैं। भगवान गणेश की पूजा बड़े विश्वास और उत्साह के साथ कई दिनों तक की जाती है, लेकिन गणेश चतुर्थी के बाद इन्हें कूड़ेदान की तरह लैंडफिल में फेंक दिया गया।

लेंडफिल साइट पर कुछ इस तरह देखी गई मूर्तियों की स्थिति

देवेन्द्र यादव ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण यमुना नदी में विसर्जित की जा रही गणेश मूर्तियों पर प्रतिबंध था। हालांकि यह प्रथा रही है कि गणेश चतुर्थी पूजा के बाद मूर्तियों को बहते पानी में विसर्जन किया जाता है। लेकिन इस बार इस प्रथा को अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि प्रशासन यह सुनिश्चित कर सकता था कि मूर्तियों को लैंडफिल में डंप न किया जाए। केजरीवाल और भाजपा ने गणेश चतुर्थी के त्योहार पर राजधानी में भारी होर्डिंग्स लगाए थे। यह जनता और प्रशासन का कर्तव्य है कि वे यह सुनिश्चित करके पर्यावरण को सुरक्षित रखें कि पानी और वातावरण प्रदूषित न हो। लेकिन प्रशासन यह व्यवस्था कर सकता था कि मूर्तियों को विसर्जन के लिए सम्मानजनक स्थान दिया जाए।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा धर्म की राजनीति कर रही है और एमसीडी जो भाजपा के इशारों पर चलती है। लेकिन यह दुर्भाग्य का विषय है कि नगर निगम के वाहनों का उपयोग लैंडफिल में भगवान गणेश की मूर्तियों को डंप करने के लिए किया गया। उन्होंने इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस मौके पर देवेन्द्र यादव के अलावा पूनम, निगम पार्षद अश्विनी बागड़ी, जिला अध्यक्ष इन्द्रजीत, नाजिम अली, दीपक गोस्वामी, संजय प्रधान, अशोक यादव, सिद्धार्थ यादव तथा धर्मवीर यादव आदि मौजूद रहे।