चट देनी मार देली खींच के तमाचा… हीं हीं हीं हीं हंस देले रिंकिया के पापा

-जोर पकड़ता जा रहा कमालपुर मंडल अध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार का मामला
-सोशल मीडिया पर हो रहा मनोज तिवारी का विरोध, शीर्ष नेतृत्व से शिकायत

टीम एटूजेड/ नई दिल्ली
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष मनोज तिवारी का पूर्व में गाया हुआ एक गाना ‘‘चट देनी मार देली खींच के तमाचा’’ आजकल बहुत चर्चा में है। लोग यूट्यूब पर इस गाने को खोजकर सुन रहे हैं। केवल यही नहीं सोशल मीडिया पर इसे लिखकर एक दूसरे को खूब भेजा रहा है। खास तौर पर बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं में यह गाना आजकल खूब लोकप्रिय हो रहा है। दरअसल बात यह है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के द्वारा कमालपुर मंडल अध्यक्ष के साथ की गई बदसलूकी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। कुछ कार्यकर्ताओं ने मामले की शिकायत पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से की है। इस घटना को लेकर बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी से खासे नाराज हैं।
नाराज पार्टी कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी का घेराव करने तक का कार्यक्रम बना रहे है। सूत्रों का कहना है कि मनोज तिवारी खुद पार्टी के कार्यकर्ता ही किसी कार्यक्रम में उसी तरह का दुर्व्यवहार कर सकते हैं। जैसा कि उन्होंने अपनी पार्टी के एक मंडल अध्यक्ष के साथ किया है।

समाजवादी सांप बताया
पार्टी कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी को समाजवादी सांप बता रहे हैं। कई ग्रुपों में पार्टी की इस बात को लेकर भी आलोचना हो रही है कि मनोज तिवारी ने कभी कार्यकर्ता के बतौर कभी भाजपा के लिए काम ही नहीं किया। इसलिए वह कार्यकर्ताओं का सम्मान करना नहीं जानते। कई सोशल मीडिया ग्रुपों में तो पार्टी के नेताओं के साथ बगावत की बात भी कही जा रही है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब पार्टी के नेता कार्यकर्ताओं की इज्जत ही नहीं करते तो ऐसे में पार्टी के लिए काम कैसे किया जा सकता है।
भाजपा में फिर उभरी गुटबाजी
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी एक बार फिर उभर कर सामने आ गई है। बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष इस बात को लेकर नाराज हैं कि पार्टी के कुछ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद विजय गोयल का सहयोग कर रहे हैं। इसी के चलते मनोज तिवारी ने इस मंडल अध्यक्ष को अपने आवास पर पेशी के लिए बुलाया था। लेकिन घंटों इंतजार कराने के बाद उसे बाद में आने को कहा गया था। चर्चा तो यहां तक है कि मनोज तिवारी ने मंडल अध्यक्ष राजन त्रिपाठी को तमाचा जड़ दिया था। बताया जा रहा है कि घटना के समय संत नगर मंडल अध्यक्ष भी वहीं मौजूद थे।
केजरीवाल की खिलाफत में भिड़े भाजपाई दिग्गज
भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष व मंडल अध्यक्ष के बीच हुए विवाद के पीछे का कारण विजय गोयल हैं। गोयल ने 31 अगस्त को अनधिकृत कालोनियों की समस्या को लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ तालकटोरा स्टेडियम में एक कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को लाने की जिम्मेदारी विजय गोयल ने दिल्ली में कई मंडल अध्यक्षों को सोंपी है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को पता चला था कि बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र के दो मंडल अध्यक्षों को भी विजय गोयल के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी सोंपी गई है। यही कारण है कि कमालपुर मंडल अध्यक्ष को पेशी के लिए बुलाया गया था।
दिग्गजों की आपसी लड़ाई से खत्म होगा 21 साल का बनवास!
भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में 21 साल से सत्ता के बनवास पर है। लेकिन सत्ता पर काबिज होने के लिए पार्टी के नेता आपस में भिड़ने का कोई मौका नहीं चूकते। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानते हैं। लेकिन विजय गोयल को वह अपना प्रतिद्वंदी मानते हैं। यही कारण है कि विजय गोयल की सक्रियता को लेकर उन्हें परेशानी हो रही है। विजय गोयल केजरीवाल सरकार के खिलाफ दिल्ली में अपनी सक्रियता बनाए हुए हैं। कमालपुर मंडल अध्यक्ष के साथ हुई घटना इसी का परिणाम बताई जा रही है।