धरने की धमकी पर जागी दिल्ली सरकार

-यमुना से बेघर हुए बाढ़ पीड़ितों का मामला
-अधिकारियों ने मुहैया नहीं कराए टेंट, शौचालय

टीम एटूजेड/नई दिल्ली
एक ओर राजधानी में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, दूसरी ओर दिल्ली की केजरीवाल सरकार के अधिकारी अपनी ही मस्ती में हैं। दिल्ली सरकार के अधिकारियों का लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। दिल्ली सरकार की लापरवाही का यह मामला उस वक्त सामने आया जब पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद विजय गोयल दिल्ली में बाढ़ पीड़ितों के लिए दिल्ली सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओें का जायजा लेने पहुंचे। आईएसबीटी और उस्मानपुर के बीच किसान खादर के लोग यमुना किनारे बिना टेंट के रात गुजारते मिले। सरकार की ओर से इन लोगों के लिए पीने के पानी और शौचालय की व्यवस्था भी नहीं की गई थी। दिल्ली सरकार के अधिकारियों का दावा था कि पिछले चार वर्षों में यहां कभी टेंट नहीं लगाए गएथे, इसलिए उन्होंने इस बार भी बाढ़ से बेघर हुए लोगों के लिए टेंट नहीं लगाए। विजय गोयल ने जब दिल्ली सरकार के खिलाफ धरना देने की बात कही, तब अधिकारियों ने बाढ़पीड़ितों के लिए दो घंटे में सारी व्यवस्थाएं करने का आश्वासन दिया। बाढ़पीड़ितों ने अपनी समस्याएं कुछ इस तरह गिनाईं।