-मोबाइल के कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड से हुआ मरकज में शामिल होने का खुलासा
-धारा 269, 270, 271 एवं महामारी अधिनियम की धारा-3 के तहत केस दर्ज
टीम एटूजैड/ सहारनपुर
निजामुद्दीन के मरकज के मुखिया मौलाना साद के अलावा पुलिस ने अब मौलाना के करीबियों के खिलाफ भी कानून का शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने साद के चार करीबी लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर इसकी जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि तीन मौलानाओं सहित चार लोगों ने फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की थी। लौटने के बाद यह लोग दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज भी गए थे। लेकिन बीमारी फैलने के बाद भी उन्होंने यह जानकारी पुलिस से छिपाई थी।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिलांतर्गत थाना मंडी क्षेत्र के मोहल्ला मुफ्ती में दिल्ली स्थित तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद की ससुराल है। इसी मोहल्ले में मौलाना साद के तीन करीबी मौलाना भाई रहते हैं। जिले की कटेहरा चौकी में इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। चौकी प्रभारी विजेन्द्र सिंह द्वारा थाने में दर्ज कराई एफआईआर में कहा है कि मुफ्ती मोहल्ला निवासी दो मौलाना भाई 25 फरवरी 2020 को दक्षिण अफ्रीका को गए थे। वहां से लौटने के बाद 16 मार्च को दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज भी गए थे। उसके बाद सहारनपुर आ गए थे। इसी तरह तीसरा भाई 14 फरवरी 2020 को फ्रांस गए था। वहां से लौटने के बाद वह भी दिल्ली स्थित निजामुद्दीन गया था। वहां से वह 31 मार्च को सहारनपुर आया था।
तीनों मौलाना भाईयों के विदेश से लौटने की बात स्थानीय पुलिस को पता चली तो उनसे पूछताछ की गई थी। उन्होंने तब अपने विदेश जाने की बात तो बताई थी लेकिन निजामुद्दीन के मरकज जाने की बात को छिपा लिया था। लेकिन जब उनके मोबाइल की कॉल डिलेल्स रिकॉर्ड (सीडीआर) नकलवाई गई तो पुलिस के होश उड़ गई। सीडीआर से पता चला कि वह तीनों दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में गए थे।
अब प्रशासन ने कोरोना संदिग्ध मानते हुए तीनों मौलाना भाई और एक मौलाना के बेटे के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे थे। रिपोर्ट में दो मौलानाओं को कोरोना संक्रमित पाया गया है। जबकि दो की जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। मौलानाओं पर आरोप है कि सेंपल लिए जाने के बाद दी गई हिदायत के बावजूद वह अपने घर पर नहीं रूके। रिपोर्ट आने तक यह लोग अपने आसपड़ोस के लोगों के साथ मिलते जुलते रहे।
सहारनपुर पुलिस ने मौलाना साद के करीबी तीनों मौलाना और उनमें से एक मौलाना के बेटे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 269 270 व 271 और महामारी अधिनियम की धारा-3 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएसपी दिनेश कुमार पी.ने कहा कि हमें पता चला था कि मौलाना साद की रिश्तेदारी मोहल्ला मुफ्ती में है। इसके बाद वहां पर जानकारी की गई तो तीन मौलाना के फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका से लौटने की जानकारी मिली। बाद में मोबाइल सीडीआर से पता चला कि यह मौलाना निजामुद्दीन भी गए थे। इनके खिलाफ सूचना छिपाने और महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।