दूरदर्शन के नाम पर फर्जीवाड़ा

-बनाई वेबसाइट, डीडी के फर्जी मैसेज और लाखों की धोखाधड़ी

टीम एटूजेड/ नई दिल्ली
केंद्र सरकार की योजनाएं अब अपराधियों के लिए धोखाधड़ी का जरिया बनती जा रही हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने ऐसे दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जो प्रधानमंत्री जन धन योजना और बेरोजगार युवकों को दूरदर्शन न्यूज़ चैनल में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। आरोपियों ने इसके लिए दूरदर्शन के नाम से वेबसाइट बनवाई और उसके असली लोगो का गलत प्रयोग किया। इसके साथ ही नौकरी की कन्फर्मेशन के लिए दूरदर्शन के नाम पर फर्जी मैसेज भेजे। ताकि इसके आधार पर रिश्वत की वसूली की जा सके। पहले इसकी भनक दूरदर्शन अधिकारियों को लगी। उन्होंने दिल्ली पुलिस को शिकायत की और आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों के नाम रोहित मिश्रा और आशीष सिंह है। फर्जीवाड़े का मुख्य आरोपी रोहित मिश्रा है। वह मूल रूप से बिहार के सिवान और आशीष सिंह बिहार के ही मुंगेर का रहने वाला है।
वह तीन-चार सालों से इस फर्जीवाड़े को अंजाम देते हुए अब तक करीब डेढ़ सौ से ज्यादा बेरोजगार युवकों को चूना लगा चुके हैं। मुख्य आरोपी रोहित मिश्रा से जुड़े अब तक 16 से ज्यादा बैंक अकाउंट की जानकारी मिली है। आरोपी रोहित मिश्रा बेहद शातिर है। वह अकेले रहता था और अपने घर का पता किसी सहयोगी को नहीं देता था। गैंग में एक लड़की भी शामिल है जिसकी वास्तविक भूमिका की पड़ताल चल रही है। रोहित ने पहले प्रधानमंत्री जनधन योजना के नाम से फर्जीवाड़ा करना शुरू किया था।
दूरदर्शन में कॉन्ट्रेक्ट पर भर्ती योजना
रोहित ने दूरदर्शन में कॉन्ट्रेक्ट पर भर्ती योजना में युवाओं के लिए भर्ती योजना की शुरुआत की। इसके लिए न्यूज़ पेपर में विज्ञापन भी दिया गया। दूरदर्शन का नाम सुनते ही बेरोजगार युवक खिंचे चले आने लगे। इसके लिए वेबसाइट को आधुनिक बनवाया और दूरदर्शन के लोगो का प्रयोग किया। पहले रिश्वत के रूप में 15 हजार रूपये लिए गए। बाद में फर्जी मैसजे भेजकर लोगों से लाखों रूपये की ठगी की गई। दूरदर्शन के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े के मामले में दूरदर्शन में ही कार्यरत वरिष्ठ अधिकारी ने दिल्ली पुलिस को इस मामले की शिकायत भेजी थी।