-राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्म वाहिनी से उठाई मदिंरों के पुजारियों के हित की बात
-कोरोना और लॉकडाउन संकट की वजह से बंद पड़ें मंदिर, भुखमरी की स्थिति
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
कोरोना महामारी के चलते देशवासी लॉकडाउन के संकट से जूझ रहे हैं। राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्म वाहिनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि वह मंदिरों के पुजारियों के लिए पैकेज की घोषणा करें। देशभर में कोरोना की वजह से मंदिर बंद पड़े हैं। पुजारियों से लेकर श्रद्धालु तक केंद्र और राज्य सरकारों को अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं। पूरे देश में किसी भी मंदिर से लॉकडाउन के दिशानिर्देश तोड़े जाने की खबरें नहीं आई हैं। लेकिन छोटे-बड़े सीी मंदिरों के पुजारियों और उनके परिवारों की स्थिति खराब हो गई है।
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राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्म वाहिनी के दिलली प्रदेश प्रभारी मुकेश शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन से मंदिरों के पुजारियों की आर्थिक मदद के लिए पैकेज की घोषणा की मांग की है। मुकेश शर्मा ने कहा कि दिल्ली मुस्जिदों के मौलानाओं को केजरीवाल सरकार सेलरी दे रही है। लेकिन पूरे देश में कोई भी सरकार हिंदू धर्म के मंदिरों के पुजारियों को इस तरह की कोई सुविधा नहीं दे रही। इसकी वजह से मंदिरों में पूजा-अर्चना कराने वाले दान-पुंण्य पर अपने परिवारों का पालन करने वाले पुजारियों की आर्थिक हालत खराब हो गई है।
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मुकेश शर्मा ने कहा कि सवर्ण वर्ग का होने की वजह से पुजारियों को केंद्र या राज्य सरकारों की किसी भी सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। तीन चरण का लॉकडाउन हो रह चुका है और चौथे चरण का लॉकडाउन अभी शुरू होना है। ऐसे में आने वाले दिनों में मंदिरों के पुजारियों के और भी खराब स्थिति रहने वाली है। अतः केंद्र और राज्य सरकारों को पुजारियों और उनके परिवारों को पालने के लिए जल्दी ही पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।