दिल्ली वालों को सोमवार से नहीं मिलेगी कोई छूट

-एनसीआर के इलाकों में रहने वालों को भी नहीं मिलेगी राहत
-27 अप्रैल को होगी कोरोना हॉटस्पॉट की स्थिति की समीक्षा

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
दिल्ली वालों को सोमवार यानी 20 अप्रैल से लॉकडाउन के दौरान कोई राहत नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली में शनिवार को कोरोना के 186 मामले सामने आए थे, इन्हें देखते हुए ऐसा लगता है कि अब दिल्ली में कोरोना तेजी से फैलना शुरू हो गया है। यहां तेजी से कंटेनमेंट जोन भी बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिग के नियमों का पालन किया है, वहां इसके मामलों में काफी हद तक सुधार आया है। कोरोना को नियंत्रण में लाने में लॉकडाउन का अहम योगदान है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की महामारी फैलाने में मरकज का बड़ा योगदान रहा है। दिल्ली में पूरे देश की 2 प्रतिशत जनसंख्या रहती है। लेकिन अब तक 12 प्रतिशत मामले दिल्ली में आ चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए चिंता की बात है कि दिल्ली के सभी 11 जिले हॉटस्पॉट घोषित किए गए हैं। केंद्र सरकार का कहना है कि जो हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन हैं उनमें ढील फिलहाल नहीं दी जानी चाहिए। दिल्ली के किसी भी इलाके में किसी भी तरह की ढील नहीं दी जा सकती।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली में 77 कंटेनमेंट जोन हैं। दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल रहा है। लेकिन स्थिति नियंत्रण के बाहर नहीं है। रविवार को दिल्ली में 1 हजार 893 केस हैं इनमें से 26 आईसीयू में हैं और 6 वेंटिलेटर पर हैं। कल हमारे पास 736 टेस्ट की रिपोर्ट आईं, उनमें से 186 कोरोना के मरीज निकले। इन 186 मरीजों में से किसी को कोरोना के लक्षण नहीं थे। अपने दिल्ली​वासियों की जिंदगी का ख्याल रखते हुए हमने फैसला लिया है कि फिलहाल लॉकडाउन की शर्तों में कोई ढील नहीं दी जाएगी। एक हफ्ते बाद हम दोबारा विशेषज्ञों के साथ बैठकर स्थिति की समीक्षा करेंगे। इसके बाद यदि कोरोना के मामलों में कमी आई तो हम 27 अप्रैल से नियमों में कुछ ढील दे सकते हैं।
कोरोना से अब तक 43 लोगों की मौत
देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 186 नए मामले सामने आए। इसके बाद कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1900 के करीब पहुंच गई। इससे पहले लगातार तीन दिन तक कोरोना के मामले में हल्की गिरावट आई थी। संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1893 हो गए। साथ ही एक संक्रमित की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 43 हो गई।
नहीं आएगा मैकेनिक, इलेक्ट्रिशयन
माना जा रहा था कि यदि कोरोना के मामलों में गिरावट आती है तो इलेक्ट्रिशियन, मैकेनिक, ऐसी मैकेनिक और इसी तरह की सेवाओं वालों को 20 अप्रैल से छूट दी जा सकती है। लेकिन दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने की वजह से अब लॉकडाउन के दौरान किसी को कोई छूट नहीं दी जाएगी।
एनसीआर के इलाकों में भी रहेगी बंदिश जारी
दिल्ली से जुड़े नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरूग्राम आदि शहरों में रहने वालों को भी 20 अप्रैल से कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। दिल्ली से सटे एनसीआर के इलाकों में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इसलिए केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक इन इलाकों में लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जाएगा।
देशभर के 300 जिलों को राहत
20 अप्रैल सोमवार से भारत के करीब 300 जिलों में लॉकडाउन के दौरान कई मामलों में राहत देने की तैयारी कर ली गई है। यह जिले वह हैं जहां कोरोना का कोई मरीज नहीं है। लेकिन इन जिलों की सीमाओं को पहले की तरह ही सील रखा जाएगा। उसी तरह सभी राज्यों की सीमाओं को भी सील रखा जाएगा। यह सभी जिले ग्रीन जोन वाले हैं। देश भर के 36 राज्यों के 736 जिलों में से 170 जिले रेड जोन में हैं और 207 जिलों को ऑरेंज जोन में रखा गया है। हालांकि रेड और ऑरेंज जोन में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई बनी रहेगी।