-बीजेपी ने किया 500 जगह से प्रदूषित पानी के सेंपल सोंपने का फ्लॉप शो
-बीजेपी का सबसे खराब विरोध साबित हुआ गुरूवार का विरोध प्रदर्शन
-शुक्रवार को बीजेपी महिला मोर्चा करेगा जल बोर्ड मुख्यालय पर प्रदर्शन
हीरेंद्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
दिल्ली बीजेपी के ज्यादातर कार्यक्रम पार्टी के फ्लॉप शो साबित हो रहे हैं। बुधवार को प्रदूषित पानी के खिलाफ भाजपा का विरोध प्रदर्शन फ्लॉप शो साबित हुआ। खास बात यह रही कि विशेष तौर पर बुलाए गए 70 में से 30 लोग ही मुख्यमंत्री आवास पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे। आश्चर्य की बात यह रही कि मीडिया को दिल्ली के 500 स्थानों से लाए गए प्रदूषित पानी के सेंपल मुख्यमंत्री केजरीवाल को भेंट करने की सूचना दी गई थी। लेकिन वास्तव में बीजेपी कार्यकर्ता 50 बोतल पानी के सेंपल भी नहीं पहुचा पाए।
गुरूवार के विरोध प्रदर्शन की खास बात यह रही कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को दोपहर 1 बजे जल बोर्ड मुख्यालय पहुंचना था। लेकिन वह 2 घंटा देरी से इस विरोध प्रदर्शन में भागीदारी करने पहुंचे। पूर्व प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय दोपहर 12 बजे ही प्रदर्शन स्थन पर पहुंच गए। क्योंकि उनका नाम प्रदर्शन करने वालों में शामिल था। उनके बाद दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता भी समय से इस विरोध प्रदर्शन में भागीदारी करने पहुंच गए। लेकिन शायद अपने ‘विशिष्ट सहयोगियों’ के गोवा में होने की वजह से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी इस विरोध प्रदर्शन में समय से नहीं पहुच सके।
2 घंटे की देरी से पहुंचे तिवारीः
दिल्ली में सियासी उफान जोरों पर है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के सहयोगी बीजेपी आलाकमान को बरगलाने में लगे हुए है। गुरूवार का विरोध प्रदर्शन फ्लॉप शो साबित हुआ लेकिन इसके खिलाफ कोई भी नेता आवाज उठाने के लिए तैयार नहीं है। गुरूवार के विरोध प्रदर्शन में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी को बजे पहुंचना था। लेकिन वह तय कार्यक्रम से 2 घंटा देरी से पहुंचे।
शुक्रवार को महिला मोर्चा का प्रदर्शनः
गुरूवार को प्रदूषित पानी के खिलाफ डीजेबी मुख्यालय पर प्रदेश भाजपा का महिला मोर्चा प्रदर्शन करेगा। गुरूवार का विरोध प्रदर्शन खराब होने के बाद पार्टी के एक ग्रुप ने महिला मोर्चा का प्रदर्शन रद्द करवाने का प्रयास किया। गोवा में बैठे इस ग्रुप के कुछ लोगों ने दिल्ली बीजेपी के कुछ पूर्वांचली नेताओं का करियर खत्म करने का ठेका ले रखा है। इन्हीं नेताआें ने शुक्रवार को होने वाले महिला मोर्चा के कार्यक्रम को भी रद्द करवाने की कोशिश की।
संगठन मंत्री को भी बरगलायाः
बीजेपी प्रदेश नेतृत्व से जुड़े नेता केवल पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और पूर्व जनप्रतिनिधियों को ही बरगलाने में नहीं जुटे, बल्कि प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन को भी अपने ‘भ्रम जाल’ में फंसा चुके हैं। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में दिल्ली बीजेपी को और क्या-क्या देखने को मिलता है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि संगठन महामंत्री सिद्धार्थन प्रदेश नेतृत्व के गलत फैसलों पर भी फिलहाल सवाल नहीं उठा पा रहे हैं।
विधानसभा चुनाव लड़ने वालों को सोंपी 20 की जिम्मेदारीः
दिल्ली बीजेपी नेतृत्व की ओर से 2015 का विधानसभा चुनाव लड़ने वालों को अपने साथ 20 लोग और लाने की जिम्मेदारी सोंपी गई थी। दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक इन सभी लोगों को अपने अपने इलाकों से ज्यादा से ज्यादा गंदे पानी के सेंपल बोतलों में भरकर लाने की बात कही गई थी। लेकिन प्रदर्शन करने वाले नेताओं ने इस बात का ध्यान ही नहीं रखा। दो घंटा देरी से शुरू हुए विरोध-प्रदर्शन में बीजेपी कार्यकर्ता 500 के बजाय 50 सेंपल भी लेकर नहीं पहुंचे।