– कारोबारियों को छोड़ रैली को जुटे सांसद उदित राज
टीम एटूजैड/नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली के औद्योगिक इलाकों के कारोबारी सीलिंग से परेशान हैं। हालात यह हैं कि ज्यादातर उद्यमियों को नगर निगम के नोटिस मिल चुके हैं। लेकिन केंद्र सरकार की भाजपा सरकार और नगर निगम की सत्ता में काबिज
भाजपा के नेता इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। आश्चर्य की बात है कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार और इसके नेता तो इस ओर बिलकुल ध्यान देने को तैयार नहीं हैं। विधायकों की बात तो छो़ड़ ही दें, दिल्ली के आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद हों या फिर भाजपा के लोकसभा सांसद हों, दिल्ली के कारोबारियों की चिंता किसी को नहीं है।
रैली के लिए जुटे उदितराजः
दिल्ली के औद्योगिक इलाकों के कारोबारी सीलिंग से परेशान हैं। ज्यादातर के प्रतिष्ठान सीलिंग की भेंट चढ़ चुके हैं। जो बचे हैं उनमें से ज्यादातर को सीलिंग के नोटिस मिल चुके हैं। फिर भी कारोबारियों की चिंता छोड़ सांसद उदित राज अपनी राजीनति चमकाने के लिए 3 दिसंबर को रामलीला मैदान में होने वाली एससी/एसटी सगठनों की होने वाली रैली के इंतजाम में जुट गए हैं। सारे इंतजाम उनके निजी संगठन के जिम्मे हैं।
भाषण के जरिए सीलिंग का विरोधः
सांसद उदित राज ने अपने भाषण के जरिए दिल्ली में हो रही औद्योगिक इकाईयों की सीलिंग का विरोध किया है। उन्होंने अपनी रैली के लिए बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि दिल्ली में सीलिंग सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चल रही है। उन्होंने एससी/एसटी एक्ट पर कहा कि एक बार सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भाजपा सरकार निरस्त कर चुकी है, अब फिर से उसी विषय पर आरटीआई लगी है, जो स्वीकार हो गई है। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि भाजपा सरकार सुप्रीम कोर्ट के सीलिंग के आदेश को कब निरस्त कर रही है।