दिल्ली कांग्रेस में खींचतान … चाको-शीला में घमासान

-चाको का शीला को पत्र, किनारे लागाने की कोशिश, कार्यकारी अध्यक्षों को स्वतंत्र काम करने की हिदायत
-शीला का चाको को सियासी जवाब, कार्यकारी अध्यक्षों को पत्र लिखकर बांटी अलग-अलग जिम्मेदारी

टीम एटूजैड/नई दिल्ली
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस में खींचतान चरम पर पहुंच गई है। दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित को चिट्ठी लिखकर उन्हें बीमार बताते हुए उनकी जिम्मेदारी को कार्यकारी अध्यक्षों में बांटने का आदेश जारी किया है। पीसी चाको ने अपने पत्र में लिखा है कि आपकी सेहत ठीक नहीं है, ऐसे में तीनों कार्यकारी अध्यक्ष स्वतंत्र रूप से काम करेंगे और अपने फैसले के बारे में अपनी रिपोर्ट सीधे प्रदेश प्रभारी को देंगे। पीसी चाको ने पत्र में तीनों कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ, राजेश लिलोठिया और देंवेंद्र यादव के नामों का जिक्र किया है। दिल्ली कांग्रेस में यह फूट उस समय देखने को मिली है, जब कांग्रेस पर नेतृत्व संकट मंडरा रहा है। लोकसभा चुनावों के बाद राहुल गांधी समेत तमाम बड़े नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
अपनी चिट्ठी में पीसी चाको ने लिखा है कि पार्टी के तथाकथित प्रवक्ता गैरजिम्मेदाराना बयान देकर । एआइसीसी के फैसलों को सवालों के घेरे में ला रहे हैं।. उन्होंने लिखा कि आपसे एक बार और निवेदन करता हूं कि कार्यकारी अध्यक्षों के साथ बैठक करके पार्टी से जुड़े मसलों पर चर्चा करें। पीसी चाको के मुताबिक आप (शीला दीक्षित) स्वस्थ नहीं हैं और मेरे (पीसी चाको) किसी भी पत्र का जवाब नहीं दे रही हैं। लिहाजा कार्यकारी अध्यक्ष डीसीसी अध्यक्षों और ब्लॉक के अध्यक्षों की बैठकें लेंगे। ताकि इन इलाकों में पार्टी की गतिविधियों को तेज किया जा सके। इसकी रिपोर्ट आपको सौंपी जाएगी। उन्होंने लिखा कि विधानसभा चुनावों में कुछ ही महीने रह गए हैं ऐसे में जमीनी स्तर पर सारी तैयारियों को जल्द से जल्द पूरा किया जाना जरूरी है।

पीसी चाको द्वारा लिखा गया पत्र

फोन नहीं उठाने पर छलकी चाको की पीड़ाः
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने शीला दीक्षित द्वारा फोन नहीं उठाए जाने पर अपनी पीड़ा जाहिर की है। उन्होंने शीला दीक्षित को लिखे अपने पत्र में कहा है कि ‘आप मेरा फोन भी नहीं उठा रही हैं। आपकी सेहत ठीक नहीं है, अतः तीनों कार्यकारी अध्यक्ष स्वतंत्र रूप से कार्य करेंगे, बैठकें लेंगे। बैठकों में लिए गए फैसलों के बारे में आपको बता दिया जाएगा।
कार्यकारी अध्यक्षों को भी लिखा पत्रः
प्रदेश कांगेस प्रभारी पीसी चाको ने शीला दीक्षित को पत्र लिखने के साथ ही तीनों कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ, राजेश लिलोठिया और देवेंद्र यादव को भी चिट्ठी लिखी है। कार्यकारी अध्यक्षों को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि ‘आप बैठकें ले सकते हैं’। खास बात है कि पीसी चाको के पत्र से पहले तीनों कार्यकारी अध्यक्षों ने शीला दीक्षित को पत्र लिखकर कहा था कि पार्टी के निर्णयों में उन्हें भरोसे में नहीं लिया जा रहा है। पीसी चाको ने ब्लॉक कमेभंग करने के फैसले पर भी सवाल उठाया था। चाको ने कहा था कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी और कार्यकारी अध्यक्ष की सहमति के बगैर प्रदेश की ब्लॉक अध्यक्ष कमेटी को भंग नहीं किया जा सकता। चाको ने शीला दीक्षित के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि नए ब्लॉक कमेटी के गठन के लिए बिना राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति के पर्यवेक्षक भी नियुक्त नहीं किए जा सकते।

शीला दीक्षित द्वारा लिखा गया पत्र

चाको पर शीला का पलटवारः
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने प्रदेश प्रभारी पीसी चाको पर पलटवार किया है। एक ओर चाको ने तीनों कार्यकारी अध्यक्षों को पत्र लिखकर पार्टी की बैठकें लेने का आदेश दिया है तो प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित ने पत्र लिखकर कांग्रेस के तीनों कार्यकारी अध्यक्षों हारून यूसुफ, देवेंद्र यादव और राजेश लिलोठिया को नई जिम्मेदारियां सौंपी हैं। दीक्षित ने हारून यूसुफ और देवेंद्र यादव को दिल्ली विश्वविद्यालय में होने वाले छात्रसंघ चुनावों की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं देवेंद्र यादव को उत्तरी दिल्ली नगर निगम, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, यूथ कांग्रेस और डीपीसीसी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
राहुल गांधी से की शीला की शिकायतः
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस में चल रहा घमासान भले ही अब सामने आ रहा हो, लेकिन पार्टी के नेताओं के बीच लंबे समय से खींचतान चली आ रही है। तीनों कार्यकारी अध्यक्षों ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित की कार्यशैली पर सावाल उठाते हुए राहुल गांधी से शिकायत की थी। हारून यूसुफ, देवेंद्र यादव और राजेश लिलोठिया ने राहुल गांधी को लिखे पत्र में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि शीला दीक्षित बिना किसी को बताए एकतरफा फैसले ले रही हैं।
पार्टी में उठी चाको के इस्तीफे की मांगः
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एनआरआई सेल के चेयरमैन रोहित मनचंदा ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। मनचंदा ने चाको पर लिफ्ट से धक्का देने का आरोप लगाते हुए पार्टी से उनके इस्तीफे की भी मांग की है। रोहित का आरोप है कि चाको के नेतृत्व में दिल्ली में सारे चुनाव कांग्रेस हारी है ऐसे में जब राहुल गांधी इस्तीफे की बात करते हैं तो पीसी चाको को भी इस्तीफा दे देना चाहिए। बता दें कि जिस तरह से दिल्ली प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी बढ़ती जा रही है उसके चलते पीसी चाको के प्रति भी पार्टी में नाराजगी तेजी से बढ़ रही है।
दूसरे प्रदेश अध्यक्षों साथ भी रहा छत्तीस का आंकड़ाः
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीसी चाको और प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित के बीच लगातार सियासी तनाव बढ़ता जा रहा है। लेकिन इससे पहले पीसी चाको और कांग्रेस के दूसरे प्रदेश अध्यक्षों के बीच भी झगड़े होते रहे हैं। पीसी चाको को नवंबर 2014 में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का प्रभारी नियुक्त किया गया था। इसके बाद तत्तकालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली के साथ भी चाको की खींचतान होती रही थी। इसके बाद पार्टी नेतृत्व ने अरविंदर सिंह लवली को हटाकर अजय माकन को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया था। कांग्रेसी सूत्र बताते हैं कि शुरूआती दौर में अजय माकन के साथ भी चाको की नहीं बनी थी।