-नेता प्रतिपक्ष के पद पर होगा फैसला
-केंद्रीय पर्यवेक्षक सरोज पांडे लेंगी बैठक
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता का फैसला शनिवार की सांय को बुलाया है। दिल्ली बीजेपी विधायक दल की बैठक शनिवार को बुलाई गई है। सांय 7 बजे केंद्रीय पर्यवेक्षक सरोज पांडे इस बैठक को लेंगी। इसी बैठक में फैसला होगा कि विधानसभा में बीजेपी विधायक दल और प्रतिपक्ष का नेता कौन होगा। फिलहाल इस दौड़ में तीन विधायकों के नाम चल रहे हैं।
माना जा रहा है कि रोहिणी से बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता को यह जिम्मेदारी फिर से सोंपी जा सकती है। हालांकि वरिष्ठता के मामले में करावल नगर से विधायक मोहन िंसह बिष्ट की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। बता दें कि मोहन सिंह बिष्ट 1998, 2003, 2008, 2013 के चार चुनाव लगातार जीते थे। 2015 में आम आदमी पार्टी की लहर में वह चुनाव हार गए थे। 2020 में वह फिर से करावल नगर सीट से पांचवीं बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। प्रदेश बीजेपी उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट शुरू से आरएसएस के स्वयं सेवक रहे हैं और पार्टी में कई पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
विजेंद्र गुप्ता रोहिणी विधानसभा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। 2015 में बीजेपी के केवल तीन विधायक चुने गए थे। पार्टी नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए 10 फीसदी का आधिकारिक आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई थी। तीनों ही विधायक नए होने की वजह से पार्टी ने विजेंद्र गुप्ता को नेता प्रतिपक्ष बनाया था। अब विजेंद्र गुप्ता को एक कार्यकाल का नेता प्रतिपक्ष के पद का अनुभव है। इसी आधार पर उनकी ओर से दावेदारी की जा रही है। विजेंद्र गुप्ता दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष रहने के साथ 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। इससे पहले वह नगर निगम में कई पदों पर रह चुके हैं।
नेता प्रतिपक्ष पद के लिए बीजेपी में तीसरे दावेदार बदरपुर से विधायक रामबीर सिंह बिधूड़ी को माना जा रहा है। वह 1993 में जनता दल, 2003 में एनसीपी और 2013 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे। 2015 का चुनाव वह हार गए थे, लेकिन अब 2020 का चुनाव बीजेपी के टिकट पर वह फिर से जीत गए हैं।
पार्टी बदलते रहे बिधूड़ी
बार-बार अपनी पार्टी बदलना रामबीर सिंह बिधूड़ी के खिलाफ जा रहा है। वह 1989 से 1996 तक जनता दल में रहे। 1996 से साल 2000 तक बिधूड़ी कांग्रेस में रहे। इसके बाद 2000 में उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ज्वॉइन कर ली थी। 2007 में एक बार फिर बिधूड़ी वापस कांग्रेस में चले गए और वहां 2012 तक रहे। 2012 में रामबीर सिंह बिधूड़ी बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद बीजेपी के टिकट पर वह दूसरी बार विधायक चुने गए हैं।
आप ने शुएब इकबाल को बनाया प्रोटेम स्पीकर
आम आदमी पार्टी सरकार ने विधायकों को शपथ दिलाने के लिए मटिया महल से विधायक शुएब इकबाल को प्रोटेम स्पीकर बनाया है। हालांकि इस पद के लिए मोहन िंसंह बिष्ट की दावेदारी भी मानी जा रही थी। शुएब 2015 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। वह भी रामबीर िंसंह बिधूड़ी की तरह पार्टी बदलने में माहिर रहे हैं।