दिल्ली बीजेपी को नहीं मिला फिल्मी सितारों का साथ

-हेमा मालिनी और सनी देयोल नहीं करेंगे चुनाव प्रचार
-किरन खेर, अनुपम खेर और परेश रावल ने बनाई दूरी

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है। भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सभी दलों ने अपने स्टार प्रचारकों की पूरी फौज दिल्ली के सियासी मैदान में उतार दी है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी को अपने पूर्वांचली फिल्मी सितारों के अलावा किसी का साथ नहीं मिल पा रहा है। पार्टी अब तक सांसद हेमा मालिनी, सनी देयोल और किरण खेर एक भी कार्यक्रम तय नहीं कर पाई है। खास बात है कि आने वाले दिनों में भी इन फिल्मी सितारों को कोई कार्यक्रम होता दिखाई नहीं दे रहा है।
बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ निवर्तमान अध्यक्ष अमित शाह और वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, थावर चंद गहलोत, प्रकाश जावड़ेकर, नित्यानंद राय, स्मृति ईरानी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्रे रावत, हिमाचर के सीएम जयराम ठाकुर, एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, फिल्म स्टार हेमा मालिनी व सनी देयोल और भोजपुरी के फिल्म स्टार रवि किशन एवं निरहुआ सहित 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी।
भोजपुरी स्टार निरहुआ और रवि किशन प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के मित्र और सहयोगी हैं। इन दोनों को बीजेपी में लाने का श्रेय भी तिवारी को ही जाता है। अतः भोजपुरी के इन दोनों फिल्म स्टार्स ने तो चुनाव प्रचार के लिए अपना समय दे दिया है। एक-दो दिनों में इन दोनों सितारों की बैठकें और चुनाव प्रचार शुरू हो रहा है। लेकिन हेमा मालिनी और सनी देयोल ने चुनाव प्रचार के लिए अपना समय अभी तक नहीं दिया है।
बता दें कि हेमा मालिनी, सनी देयोल और किरण खेर बीजेपी के सांसद हैं। सनी देयोल पहली बार सांसद बने हैं लेकिन हेमा मालिनी और किरण खेर 2019 को दोबारा सांसद चुनी गई हैं। लेकिन इनमें से किसी का कोई कार्यक्रम गुरूवार तक तय नहीं हो पाया। बता दें कि इनके अलावा पूर्व सांसद नीतीश भारद्वाज, दीपिका चिखलिया, धमेंद्र, परेश रावल के अलावा रामपुर से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी जया प्रदा और लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रह चुके बप्पी लहिरी भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में कहीं दिखाई नहीं देंगे। दिल्ली में हर राज्य के मतदाता रहते हैं। हिंदी और भोजपुरी के अलावा कन्नड़ व अन्य स्थानीय भाषाओं के भी करीब एक दर्जन फिल्म कलाकार हैं जो पार्टी से जुड़े हुए हैं। लेकिन इन दूसरी भाषाओं के फिल्म कलाकार भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में नजर नहीं आएंगे।