-22 दिसंबर को रामलीला मैदान में होगी पीएम मोदी की रैली
-7 नेताओं को सोंपी लोकसभा क्षेत्र के अनुसार जिम्मेदारी
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलीला मैदान की रैली के साथ दिल्ली विधानसभा चुनाव के अभियान का आगाज करेंगे। इसके लिए सात नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। बताया जा रहा है कि यह सात नेता रैली की तैयारी में सहयोग करने के मामले में विधानसभा वाइज टिकट के दावेदारों की एक रिपोर्ट-कार्ड भी तैयार करेंगे। टिकट वितरण का काफी-कुछ दारोमदार अपने-अपने इलाकों में नेताओं की सक्रियता पर भी निर्भर करेगा। दिल्ली में हर लोकसभा क्षेत्र के तहत 10 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। अतः सातों नेताओं के पास 10-10 विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी है।
रिपोर्ट कार्ड तैयार करने वालों में प्रदेश सह प्रभारी तरूण चुग, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय व विजेंद्र गुप्ता, पूर्व विधायक पवन शर्मा, कुलजीत सिंह चहल, राजेश भाटिया और रविंद्र गुप्ता के नाम शामिल हैं। तरूण चुग को नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की 10 सीट, कुलजीत चहल को उत्तर-पूर्वी दिल्ली, विजेंद्र गुप्ता को पूर्वी दिल्ली, राजेश भाटिया को पश्चिमी दिल्ली, पवन शर्मा को दक्षिणी दिल्ली, सतीश उपाध्याय को उत्तर-पश्चिम दिल्ली और रविंद्र गुप्ता को चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र की 10 सीटों की जिम्मेदारी सोंपी गई है।
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले माहौल बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की रैली दिल्ली में रखी गई है। पार्टी एक बार संख्या-बल के आधार पर टिकट के दावेदारों का आंकलन करना चाहती है। ताकि टिकट बंटवारे के समय इस बात का ध्यान रखा जा सके। दरअसल बीजेपी में हर सीट पर आधा दर्जन से ज्यादा लोग दावेदारी कर रहे हैं। इनमें से कई लोग ऐसे भी हैं जो केवल चुनाव के समय ही सक्रिय होते हैं। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में सत्ता के बनवास पर चलते हुए भाजपा को 22 साल होने वाले हैं। अतः इस बार पार्टी कोई चूक नहीं करना चाहती। पार्टी केवल ऐसे लोगों को चुनाव मैदान में उतारना चाहती है जो जीतकर आ सकें।
हर चुनाव में टिकट मांगने वालों पर नजरः
बीजेपी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के लिए कई ऐसे लोग भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं जो हर चुनाव में टिकट मांगते हैं। इनमें प्रदेश भाजपा के कई पदाधिकारी भी शामिल हैं। यह नेता 2017 में हुए निगम चुनाव में भी अपने लिए टिकट मांग रहे थे। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी इन नेताओं ने बड़े बड़े होर्डिंग लगवाकर टिकट की दावेदारी की थी। अब विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही यह नेता विधानसभा चुनाव के टिकट की दावेदारी में सक्रिय हो गए हैं।